उदयपुर 23 मार्च 2023 । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा प्रदेश के समस्त नगरीय क्षेत्रों में शुरू की गई इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना में शहरी बेरोजगारों को संबल मिल रहा है। इस योजना के लागू होने से अब नरेगा की तर्ज पर शहरों में भी बेरोजगार श्रमिकों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे है।
जिला कलक्टर ताराचंद मीणा के निर्देशन में इस योजना में 2 हजार से अधिक पंजीकृत पात्र श्रमिकों को पर्यावरण संरक्षण के साथ स्वच्छता संबंधी विभिन्न कार्य करवाए जा रहे है। कलक्टर ने बताया कि योजना के तहत एक वित्तीय वर्ष में 100 दिवस के गारंटी रोजगार का प्रावधान है, जिसके अंतर्गत 18 से 60 वर्ष की आयु के व्यक्ति पंजीयन करवा कर जुड़ सकते है। कोई भी पात्र व्यक्ति अपने से सम्बंधित नगर निकाय में जॉब कार्ड बनाने के लिए प्रपत्र-1 में ई मित्र के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं एवं कार्य की मांग कर सकते हैं।
नगर निगम आयुक्त वासुदेव मालावत ने बताया कि श्रमिकों द्वारा पर्यावरण संरक्षण के कार्य जैसे वृक्षारोपण, उद्यान संरक्षण, स्वच्छता संबंधी कार्य जैसे कचरे को अलग करना, झाडी कटिंग, घर घर कचरा संग्रहण, इंटरलॉकिंग, जल संरक्षण कार्य, समाप्ति विरूपण रोकने, अतिक्रमण हटाने, अवैध होर्डिंग हटाने के कार्य, सार्वजनिक दीवारों पर रंगाई पुताई आदि कार्य किये जा रहे है। साथ ही इस योजना में सार्वजनिक भूमि की सुरक्षा, चार दिवारी, गार्ड आदि सम्बन्धी कार्यों को भी सम्मिलित किया जा रहा है। मालावत ने बताया कि वर्तमान में शहरी सौंदर्यीकरण कार्य के तहत डिवाइडर के रंग-रोगन और उनकी मरम्मत के कार्य में भी बड़ी संख्या में महिला शक्ति इन दिनों जुटी हुई है।
योजना के सह प्रभारी शैलसिंह सोलंकी ने बताया कि योजना प्रारंभ होने से लेकर अब तक 721 मस्टरोल जारी करते हुए 291 कार्यों में 2 हजार से अधिक श्रमिकों को नियोजित किया गया है। इसके तहत अब तक 1 करोड़ 51 लाख 36 हजार 900 रुपये का भुगतान किया जा चुका है और 69 हजार 133 मानव दिवस के रोजगार का सृजन हुआ है। इस कार्य के लिए 248 मेट को दायित्व सौंपा गया है। इस योजना के तहत उदयपुर शहरी क्षेत्र में 6712 मजदूरों के जॉब कार्ड बनाए जा चुके हैं।
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