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नाथद्वारा में सामुदायिक भवन की निर्माणाधीन छत गिरी, 4 की मौत 

हादसे में 4 की मौत हुई जबकि 9 लोग घायल है   
 
 

राजसमंद 30 जुलाई 2024। ज़िले के नाथद्वारा कस्बे में खमनोर थाना क्षेत्र के सांयों का खेड़ा पंचायत के चिकलवास के बलाई बस्ती में निर्माणाधीन धर्मशाला की छत ढहने से चार मजदूरों की मौत हो गई है। जबकि 9 मज़दूर घायल हो गए। करीब पांच घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद मंगलवार सुबह करीब 4 बजे मलबे में दबे 9 और मजदूरों को निकाला गया। सभी की हालत गंभीर है। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार हादसे में मृतक मज़दूरों की पहचान 40 वर्षीय कालूलाल पिता वेणा साल्वी, 35 वर्षीय शांतिलाल पिता नारूलाल साल्वी, 40 वर्षीय भगवती लाल पिता शंकरलाल साल्वी, 50 वर्षीय भंवरलाल पिता लच्छा साल्वी निवासियान सांयों का खेड़ा पंचायत के चिकलवास के बलाई बस्ती की मौत हो गई। 

जबकि 30 वर्षीय हीरालाल पिता तुलसीराम सालवी, 35 वर्षीय मांगीलाल पिता शंकर सालवी, 30 वर्षीय मिठूलाल पिता मोहनलाल सालवी, 35 वर्षीय लक्ष्मण पिता मोहनलाल सालवी, 35 वर्षीय लक्ष्मण पिता भेरा सालवी, 65 वर्षीय गोपीलाल पिता खीमा सालवी निवासियान सांयों का खेड़ा पंचायत के चिकलवास के बलाई बस्ती घायल हो गए है। 

घटना की सूचना मिलने के बाद एसडीआरएफ की टीम ने रात को रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करते हुए मलबा हटवाने के लिए आधा दर्जन से ज्यादा जेसीबी मंगवाई गई और छत को तोड़ने के लिए ड्रीलिंग मशीन मंगवाई गई। छत को तोड़कर 3 लोगों को तत्काल सुरक्षित बाहर निकाला गया। 6 घायलों को नाथद्वारा स्थित गोवर्धन राजकीय जिला चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया। 

बताया जा रहा है की खमनोर थाना क्षेत्र के सांयों का खेड़ा पंचायत के चिकलवास गांव में मेघवाल समाज की ओर से जनसहयोग से धर्मशाला का निर्माण करवाया जा रहा था। सोमवार दिन में छत के नीचे से बांस की बल्लियों को हटाया गया और उसके बाद सोमवार रात 9 बजे गांव के लोग निर्माणाधीन धर्मशाला की साफ-सफाई व रंग रोगन के लिए गए, तभी करीब रात को साढ़े नौ बजे छत भरभराकर नीचे गिर पड़ी। साफ सफाई का कार्य कर रहे 13 लोग उसके नीचे दब गए। छत के नीचे दबे वार्डपंच हीरालाल ने मोबाइल से कॉल कर गांव में हादसे की सूचना दी। बाद में गांव से बड़ी तादाद में ग्रामीण पहुंचे. इसके बाद खमनोर थाना प्रभारी भगवानसिंह, नाथद्वारा डीएसपी दिनेश सुखवाल मय जाब्ते के घटना स्थल पर पहुंच गए।

रात साढ़े दस बजे जिला कलेक्टर डॉ. भंवरलाल व एसपी मनीष त्रिपाठी, एएसपी महेंद्र कुमार भी घटनास्थल पर आ गए. साथ ही एसडीआरएफ की टीम, सिविल डिफेंस के जवानों को बुला कर रेस्क्यू करवाया गया।