×

ऊंट पर बैठकर कलक्टर ने की शोभायात्रा की अगवानी

भव्य शोभायात्रा के साथ हुआ जनजाति गौरव दिवस का आगाज

 

उदयपुर 14 नवंबर 2022 । जनजाति गौरव दिवस का आगाज सोमवार को भव्य शोभायात्रा के साथ हुआ। जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग, टीआरआई व लोक कलामण्डल के तत्वावधान में आयोजित इस शोभायात्रा का प्रमुख आकर्षण का केन्द्र जिला कलक्टर ताराचंद मीणा रहे, जिन्होंने ऊंट पर सवार होकर शोभायात्रा की अगवानी की। 

कलक्टर के इस अनूठे अंदाज को देखकर शहरवासियों ने उनके सहज व्यक्तित्व की सराहना की और इस झलक को अपने मोबाइल में कैद करते दिखाई दिए। कलक्टर ने कलाकारों का साथ देते हुए उन्हें शोभायात्रा में प्रोत्साहित किया। 

टीआरआई से लोककला मण्डल तक निकली इस भव्य शोभायात्रा में लोक कलाकारों ने गाजे-बाजों के साथ भाग लिया। शहर में लोक कला व संस्कृति का परिचय देती जनजाति कलाकारों की आकर्षक प्रस्तुतियों ने हर व्यक्ति को प्रभावित किया। 

शोभायात्रा के समापन अवसर पर लोककला मण्डल में संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट ने लोक कलाकारों की हौसलाफजाई की और उन्हें शानदार आयोजन के लिए बधाई दी। इस दौरान भारतीय लोक कला मंडल निदेशक लईक हुसैन, टीआरआई निदेशक महेश चन्द्र जोशी, जिला खेल अधिकारी शकील हुसैन सहित बड़ी संख्या में अधिकारी और लोक कलाकार मौजूद रहे।

जनजाति लोक गीत एवं भजन संध्या का आयोजन कल 

राष्ट्र के स्वतंत्रता आंदोलन में विभिन्न जनजातियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में आंदोलन के समय गाये जाने वाले गीतों तथा भजनों के संरक्षण के उद्देश्य से 15 नवंबर को सायं 6 बजे से भारतीय लोक कला मण्डल में जनजाति लोक गीत एवं भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में राजस्थान के विभिन्न जनजातियों के लगभग 250 कलाकार भाग लेंगे।

राष्ट्रीय संगोष्ठी 15-16 को

राजस्थान के जनजाति स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने वाले विभिन्न स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान पर साहित्य संस्थान जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ (डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय) प्रतापनगर उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में विशेषज्ञों एवं इतिहासकारों की सहभागिता में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 15 व 16 नवंबर को किया जाएगा। 

गौरव दिवस के उपलक्ष्य में राज्य के सभी एकलव्य मॉडल रेजीडेन्शियल स्कूल, जनजाति आवासीय विद्यालयों में संस्थान के संयुक्त तत्वाधावन में 15 से 22 नवंबर तक विभिन्न कार्यक्रम यथा निबन्ध लेखन, पोस्टर बनाना, गीत-कविता, नृत्य, प्रश्नोत्तरी, देश के स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने वाले जनजाति स्वतंत्रता सेनानियों की भागीदारी पर संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा।