दाइजी पुलिया से चांदपोल पुलिया तक चले पैडल बोट
धरोहर को सुरक्षित रखना प्रथम कर्तव्य
उदयपुर। नगर निगम विरासत संरक्षण समिति की बैठक सोमवार को निगम कार्यालय में समिति अध्यक्ष मदन दवे की अध्यक्षता में आयोजित की गई इस दौरान नगर निगम उपमहापौर पारस सिंघवी भी उपस्थित रहे।
विरासत संरक्षण समिति अध्यक्ष मदन दवे ने बताया कि सोमवार को समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में उपमहापौर पारस सिंघवी को अवगत कराया गया कि शहर के जितने भी प्राचीन गेट है उनका जीर्णोद्वार स्मार्ट सिटी के अंतर्गत करवाया गया है, लेकिन निरंतर साफ-सफाई के अभाव में यह गेट फिर से गंदे हो रहे हैं। अतः इन सभी गेट की साफ सफाई व्यवस्था करवाने हेतु स्वास्थ्य शाखा द्वारा पूर्णकालिक निविदा आमंत्रित की जाए, जिस पर जल्द ही स्वास्थ शाखा को पत्र लिख इसमें अग्रिम कार्यवाही हेतु कहा गया है।
बैठक में अध्यक्ष दवे ने बताया कि कई गेट के पास निर्मित फव्वारे एवं उनको रोशन करने वाली लाइट कई समय से बंद है। संज्ञान में आने पर उपमहापौर पारस सिंघवी ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि हमारा शहर पर्यटकों का पसंददीदा शहर है। शहर में आने वाले पर्यटक रात्रि को पैदल घूमने निकलते हैं और ऐसी धरोहरों को निहारते हुए फोटोग्राफ खिचवाते है। अतः हमें सभी स्थान पर समुचित प्रकाश व्यवस्था उपलब्ध करवानी होगी। जल्द ही सभी दरवाजों पर लाइटें दुरुस्त करवाने के पश्चात वहा बंद पड़े फव्वारे भी पुनः शुरू करवाया जाए।
दाईजी की पुलिया के पास चले पेडल बोट
विरासत संरक्षण समिति की बैठक में प्रस्ताव लिया गया कि दाईजी की पुलिया से चांदपोल पुलिया के मध्य पेडल बोट का संचालन किया जाए, क्योंकि इस स्थान पर पूरे दिन भर देसी विदेशी सैलानियों का तांता लगा रहता है। पर्यटकों को आकर्षण मिलने के साथ ही नगर निगम को अतिरिक्त आय भी प्राप्त हो सकती है। इस पर विधिक राय लेकर अग्रिम कार्रवाई करने का प्रस्ताव लिया गया।
फिर से शुरू हो हेरिटेज वॉक
निगम द्वारा उदयपुर शहर में आने वाले पर्यटकों हेतु हेरिटेज वॉक के लिए होटल एसोसिएशन से पहले वार्ता हुई थी परंतु कोरोना की वजह से उसे क्रियान्वित नहीं किया जा सका। अब पुनः होटल एसोसिएशन को पत्र लिख कर सुरु करने के लिए कहा जाएगा जिससे पर्यटकों को इसका लाभ मिल सके।
बैठक में समिति सदस्य महेश त्रिवेदी, रुचिका चौधरी, चंद्रप्रकाश सुहलका, मीरा देवी मीणा, निगम अधिकारी हरीश त्रिवेदी आदि उपस्थित रहे।