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शहर में विकास कार्य के लिए 471.98 करोड़, एलिवेटेड रोड़ के लिए 40 करोड़

प्रशासक नमित मेहता की अध्यक्षता में नगर निगम का 2025-26 का वार्षिक बजट पास किया गया

 

उदयपुर 2 अप्रैल 2025। नगर निगम प्रशासक नमित मेहता की अध्यक्षता में 28 मार्च शुक्रवार को आयोजित हुए बैठक में शहर के चंहुमुखी विकास में अपना बजट प्रस्तुत किया। इस वर्ष निगम ने अपना कुल बजट 471.98 करोड़ रुपए का रखा है। 

नगर निगम आयुक्त राम प्रकाश ने बताया कि नगर निगम प्रशासक एवं जिला कलक्टर द्वारा कलेक्टर कार्यालय में शहर के चहुमुखी विकास को लेकर गहन विचार विमर्श कर निगम के वर्तमान सत्र का बजट प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक में जिला कलेक्टर एवं नगर निगम प्रशासक नमित मेहता, निगम उपायुक्त दिनेश कुमार मंडोवर, निगम अधीक्षण अभियंता मुकेश पुजारी, लेखा अधिकारी बाबूलाल बंजारा, सहायक लेखाधिकारी दिलीप सिंह सहित निगम के सभी अधिशासी अभियंता एवं प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे।

एलिवेटेड रोड पर 40 करोड़ का प्रावधान

बैठक में एलिवेटेड रोड को लेकर निगम द्वारा 40 करोड रुपए का प्रावधान रखा गया है इस वर्ष एलिवेटेड रोड पर निगम द्वारा 40 करोड़ रुपए खर्च किया जाएगा जिससे कार्य की गति अनवरत बनी रहे। इस हेतु लगभग 30 करोड़ रुपए उदयपुर विकास प्राधिकरण से प्राप्त होगा साथ ही राज्य सरकार द्वारा भी इस मद में राशि का भुगतान किया जाएगा।

इस कार्यों पर रहेगा फोकस

नगर निगम क्षेत्र में घर-घर से कचरा सग्रहण करने के लिए राशि 8.00 करोड का प्रावधान किया गया है। जिससे ऑटो टीपर लगाये जाकर घर-घर से कचरा संग्रहण किया जायेगा। 

उदयपुर शहर की झीलो की साफ-सफाई के लिए राशि 1.00 करोड का प्रावधान किया गया है। जिससे शहर की प्रमुख झीलो और तालाबो की साफ रखा जा सकेगा। 

उदयपुर शहर के आने वाले पर्यटके एव स्थानीय नगरिको की सुविधा के लिए रात्रि कालिन सफाई (Night Sweeping) की व्यवस्था प्रारम्भ की जायेगी जिसके लिये वर्ष 2025-26 मे राशि 150.00 रू लाख का प्रावधान किया गया है।

आयड़ नदी का सौन्दर्यकरण स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अन्तर्गत किया गया है। सौन्दर्यकरण कार्य क्षेत्र की साफ-सफाई का कार्य निगम द्वारा हाथ मे लिया जाएगा जिसके लिए राशि रू 80.00 लाख का प्रावधान किया गया है।

उदयपुर विकास प्राधिकरण के क्षेत्राधिकार मे रोड एवं नाली सफाई तथा घर-घर कचरा संग्रहण कार्य डिपोजिट वर्क के रूप में निगम द्वारा किया जायेगा जिस पर राशि 12.00 करोड़ रू के व्यय प्रावधान किया गया है। उक्त राशि का पुर्नभरण उदयपुर विकास प्राधिकरण से किया जायेगा।

निगम द्वारा गौशाला का संचालन किया जाता है जिसमें आश्रम प्राप्त पुशओं के लिये सूखे चारे एवं हरे चारे एवं अन्य व्यवस्था के लिए राशि 4.80 करोड़ की राशि का व्यय प्रावधान किया गया है।

निगम द्वारा विभिन्न कॉलोनियो के स्थित पार्को के लिए रख-रखाव का दायित्व स्थानीय समितियो को दिया गया हैं जिसके अंतर्गत निगम द्वारा 79 पार्को के रख-रखाव के लिए स्थानीय विकास समितियों को राशि 50.00 रू लाख का अनुदान दिया जायेगा।

उदयपुर शहर के हृदय स्थल गुलाब-बाग के रख-रखाव, विकास एवं सुरक्षा के लिये राशि 80.00 लाख रू का प्रावधान प्रस्तावित किया गया है।

नगर निगम क्षेत्र में स्थित अन्य पार्को के रख-रखाव के लिये राशि 250.00 लाख का प्रावधान किया गया है।उदयपुर शहर दुनिया भर में झीलो की नगरी के नाम से प्रसिद्ध हैं, इन झीलो की साफ-सफाई एवं जलीय घास को निकालने हेतु एक डिविडिग मशीन की खरीद प्रक्रियाधीन है। इस तरह झीलो की सफाई हेतु दो डिविडिंग मशीन उपलब्ध होगी जिस पर वर्ष 2025-26 में राशि रू 8.00 करोड का प्रावधान किया गया है।

नगर निगम के सीमा क्षेत्र में वृद्धि को देखते हुए सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिये गैराज में नवीन उपकरण / मशीनरी तथा ट्रैक्टर मय ट्रोली 5 नग, जे.सी.बी. 2 नग, एवं स्काई लिफ्टर 3 नग क्रय करने हतु राशि 150.00 लाख का प्रावधान किया गया है। 

निगम क्षेत्र की समस्त रोड़ लाईटो के स्वीचेज को ऑनलाईन सर्वर से कनेक्ट कर संचालित किया जायेगा जिससे सभी रोड़ लाईटो की मॅानिटरिंग कार्य निगम स्तर पर सभंव हो सकेगा तथा विद्युत व्यय में बचत भी सम्भव होगी। इस कार्य हेत राशि रू. 100 लाख 'का प्रावधान प्रस्तावित है।

स्वायत्त शासन विभाग के आदेश क्रमांक 500 दिनांक 17.02.25 के अनुसार अप्रेल 24 से स्ट्रीट बिलों का भुगतान निगम स्तर से किया जाना है। उक्त कारण से बिजली बिलों के भुगतान मद में गत वर्ष के बकाया पेटे 4 करोड एव वित्तीय वर्ष 2025-26 हेतू 9 करोड प्रावधान करते हुए कल राशि 13 करोड़ का प्रावधान किया गया है।

  • पुरानी सीवरेज लाईनो के रख -रखाव पर 5 करोड़ रू. का प्रावधान किया गया
  • निगम क्षेत्र की सड़को का रख- रखाव एव उनके सुदृढ़ीकरण के लिये 15 करोड़ रू. का प्रावधान किया गया है।
  • अशोक नगर में नाला निर्माण के लिये राशि रू. 5 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
  • शिकारबाडी क्षेत्र में नवीन सड़क एवं नाली निर्माण
  • लिए राशि रू. 5 करोड़ का प्रावधान किया गया।
  • शहर के सौंदर्यीकरण पर किए जायेगे कार्य।

नगर निगम आयुक्त राम प्रकाश ने बताया कि उदयपुर शहर दुनिया में पर्यटकों के लिए सबसे अहम शहर है। प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में यहां पर विदेशी एवं देशी पर्यटक आते हैं इसलिए बजट में शहर की सुंदरता बढ़ाने के लिए विशेष ध्यान दिया गया है। नगर निगम प्रशासक नमित मेहता के निर्देश पर शहर के सौंदर्यीकरण को लेकर इस वर्ष विशेष कार्य करवाए जाएंगे जिनमें प्रमुख रूप से निम्न है

उदयपुर शहर के सौन्दर्यकरण को बढाने के लिये विभिन्न दिवारों पर पारंपरिक मांडने (चित्रकारी) के लिये राशि 100.00 लाख का प्रावधान किया गया।
पिछोला झील पर देशी एवं विदेशी पर्यटको की आवक को देखते हुए झील के आस-पास के क्षेत्र मे सौन्दर्यकरण के कार्यो हेतु राशि 5.00 करोड का प्रावधान किया गया हैं

उदयपर शहन में पर्यटको को बढावा देने तथा रात्रिकालिन ट्यूरिज्म की सुविधा विकसित करने हेतु मसाला चौक, फुड कोट सहित अन्य सुविधाए विकसित करने हेतु राशि 08.00 करोड का प्रावधान किया गया है।

उदयपुर शहर के विभिन्न सर्किलों/ चौराहो के नवीनीकरण / सौन्दर्यकरण हेतु राशि 4.00 करोड का प्रावधान किया गया है।

उदयपुर शहर के विभिन्न व्यस्ततम चौराहो के ट्रैफिक मेनेजमेंट एवं ट्रैफिक सिग्नल की व्यवस्था हेतु राशि 1.50 करोड का प्रावधान किया गया है। तथा विभिन्न स्थानो पर हाईमास्ट लाईट लगवाने हेतु राशि 1.00 करोड का प्रावधान किया गया हैं

आय पर भी रहेगी विशेष नजर

  • नगर निगम आयुक्त राम प्रकाश ने बताया कि शहर में होने वाले विकास कार्यों को लेकर गहन विचार विमर्श पश्चात निगम को प्राप्त होने वाली आय पर भी विशेष रूप से चर्चा की गई। चर्चा में वर्ष 2025- 26 हेतु नगरीय विकास कर में 20 करोड रुपए का आय अर्जित करने का लक्ष्य रखा गया है। 
  • शहर में लगने वाले साइन बोर्ड से 3 करोड रुपए की आय अर्जित करने का लक्ष्य रखा गया है। 
  • शहर में भवन निर्माण अनुमति हेतु 4.5 करोड़ रुपए आय का लक्ष्य रखा गया है।
  • शहर में विभिन्न स्थानों पर भू उपयोग परिवर्तन हेतु 7 करोड रुपए का लक्ष्य रखा गया है। 
  • शहर में विभिन्न कार्यों हेतु होने वाली रोड कटिंग में 5 करोड रुपए का लक्ष्य रखा गया है।
  • नगर निगम द्वारा इस वर्ष 6 करोड रुपए तक के भूखंड विक्रय किए जाएंगे।
  • शहर की झीलों में नाव संचालन में 7.5 करोड रुपए की आय अर्जित करने का लक्ष्य रखा गया है।