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50 से 100 रुपये तक किराये पर मिलते कमंडल, बच्चो से शनिवार को करवाई जाती है भिक्षावृति

भिक्षावृति मुक्त उदयपुर अभियान के तहत शनिवार को विशेष समझाइश एवं कार्यवाही 

 
बच्चो को भिक्षा नहीं, शिक्षा कि जरुरत : महंत नारायण गिरी

उदयपुर 10 दिसंबर 2022 l पुरे सप्ताह शनिदेव के कमंडल बिना पूजे विशेष लोगो के पास रहते है एवं शनिवार को कई लोग बिना पूजा-अनुष्ठान हाथ में कमंडल लेकर निकल जाते है। कुछ समुदाय के लोग इसे अपना व्ययसाय बताकर छोटे बच्चो को भी जबरदस्ती भिक्षावृति के दलदल में धकेलते है। शनि देव कभी बच्चो को शिक्षा से दूर रखकर भिक्षा मांगने कि बात को स्वीकार नहीं करेंगे।

आमजन को चाहिए कि वे इस तरह भिक्षावृति को बढ़ावा न देकर जिला प्रशासन के अभियांन में सहयोग करे। उक्त विचार गोवर्धन विलास, उदयपुर स्थित शनिदेव मंदिर के मुख्य महंत नारायण गिरी महाराज ने अभियान कि सरहाना करते हुए व्यक्त किए।

अभियान के संयोजक एवं पूर्व सदस्य राजस्थान बाल आयोग, राजस्थान सरकार डॉ. शैलेन्द्र पंड्या ने जानकारी देते हुए बताया कि 2 नवम्बर 2022 से जिला कलेक्टर उदयपुर ताराचंद मीणा में निर्देशन में संचालित भिक्षावृति मुक्त उदयपुर अभियान के तहत आज दिनांक तक कुल 42 लोगो को रेस्क्यू कर चित्रकूट नगर स्थित पुनर्वास गृह में लाया जा चूका है।

शनिवार को कमंडल 50 से 100 रुपये में किराये पर देकर भिक्षावृति करवाने कि शिकायत प्राप्त होने पर आज टीम द्वारा शहर के प्रमुख स्थानों एवं चौराहो पर कुल 16 कमंडल जप्त किये जो कि अवैध रूप से किराये पर मिले। साथ ही धार्मिक स्थलों के मुख्य पुजारियों एवं महंत से भी संवाद किया गया।

राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं बाल विकास ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं अभियान में सक्रिय भूमिका अदा करने वाले गोविन्द जांगिड ने बताया कि कई लोग शनिदेव के कमंडलो के नाम पर गिरोह चलाकर भिक्षावृति कर रहे है साथ ही इन कमंडलो का अपमान भी करते है। गाडियों में सामान कि तरह लाद कर ये कमंडल सप्लाई किये जा रहे है। 

जिला प्रशासन उदयपुर का यह अभियान अब रंग ला रहा है विभिन्न चौराहों सहित पर्यटन स्थल पर अब भिक्षावृति नहीं होते देख आसपास के दुकानदारो, पर्यटकों एवं उदयपुर वासियो ने जिला कलेक्टर का आभार व्यक्त किया। 

आज अभियान के तहत सूरजपोल, उदियापोल, फतेहसागर कि पाल, साहिलियो कि बाड़ी सहित प्रमुख स्थलों पर समझाइश सहित 4 लोगो को रेस्क्यू किया गया। इस दौरान जिला बाल कल्याण समिति के सदस्य जिगनेश दवे, प्रशासन के प्रतिनिधियों सहित राष्ट्रिय मानवाधिकार एवं बाल विकास ट्रस्ट, गायत्री सेवा संस्थान सहित पुलिस विभाग के प्रतिनिधि उपस्थित रहे l