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पर्यटकों के पसंदीदा उदयपुर के लिए बने सर्वश्रेष्ठ इको ट्यूरिज्म मैनेजमेंट प्लान

कलक्टर ने विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर दिए निर्देश

 

15 दिनों में प्रस्ताव भेजने के निर्देश

पलाश के 5 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य

उदयपुर 29 मार्च 2022 । जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने कहा है कि उदयपुर दुनियाभर के पर्यटकों की पसंदीदा जगह है और पर्यावरण की दृष्टि से भी उदयपुर काफी समृद्ध है। जिले में पर्यावरणीय महत्ता केऐसे कई स्थान है जिनका पर्यटन की दृष्टि से विकास कर उपयोग में लिया जाए तो पर्यटकों को और अधिक आकर्षित किया जा सकता है। ऐसे में सभी विभाग अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में ऐसे पर्यटन स्थलों के प्रस्ताव तैयार कर प्रेषित करें ताकि इसका समावेश करते हुए समंवित इको ट्यूरिज्म मैनेजमेंट प्लान तैयार किया जा सके।

कलक्टर मीणा मंगलवार को जिला स्तरीय पारिस्थितिकी पर्यटन विकास समिति की प्रथम बैठक में इको ट्यूरिज्म मैनेजमेंट प्लान तैयार करने के संबंध में चर्चा कर रहे थे।  

15 दिनों में प्रस्ताव भेजने के निर्देश

कलक्टर मीणा ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार इको ट्यूरिज्म पॉलिसी के प्रावधानों के अनुसार सभी विभाग 15 दिनों में अपना-अपना प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करें ताकि आगामी बैठक में इन पर चर्चा कर इको ट्यूरिज्म मैनेजमेंट प्लान तैयार किया जाए। उन्होंने विभागों को जिले की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप प्लान तैयार में अपना बेहतर इनपुट देने के भी निर्देश दिए।

5 लाख पलाश लगाओ

बैठक दौरान कलक्टर मीणा ने वन विभाग को खेल गांव के पीछे वाली पहाडि़यों के साथ जिले के अन्य क्षेत्रों में पलाश के 5 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य लें और जिले को ग्रीष्मऋतु में पुष्पित-पल्लवित करें। उन्होंने जिले में एग्रो ट्यूरिज्म के विकास की संभावनाओं को बताया वहीं जल संसाधन विभाग के बांधों, ग्रामीण विकास व पंचायती राज विभाग के जलाशयों, खनन क्षेत्रों व अन्य विभागीय परिसंपत्तियों के माध्यम से पर्यटन विकास की संभावनाओं को उजागर किया।

चिह्नित गांवों का मास्टर प्लान बनाने के निर्देश

बैठक दौरान कलक्टर मीणा ने पर्यटन व इतिहास की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण बड़े कस्बों के मास्टर प्लान बनाने के लिए विभाग को कार्यवाही के निर्देश दिए और कहा कि इसके लिए राज्य सरकार से स्वीकृति लेकर मास्टर प्लान बनाने का प्रस्ताव भिजवाएं।

बैठक में उप वन संरक्षक मुकेश सैनी ने इको ट्यूरिज्म मैनेजमेंट प्लान के तहत राज्य सरकार के प्रावधानों के बारे में विस्तार से जानकारी और विभागों को पॉलिसी के अनुरूप प्रस्ताव तैयार करने की बात कही। उन्होंने बताया कि जिले में विभिन्न इको ट्यूरिज्म साईट और यहां पर की जा सकने वाली गतिविधियों के बारे में बताया।

बैठक में जिला परिषद सीईओ मयंक मनीष, गिर्वा एसडीएम सलोनी खेमका, उप वन संरक्षक अजीत ऊंचोई, डीके तिवारी सहित समस्त संबंधित विभागीय अधिकारी मौजूद थे।