एक्सपर्ट मानस ने पुलिसकर्मियों को बताया - साईबर क्राईम से कैसे बचें
साईबर क्राइम फ्री राजस्थान अभियान के तहत साईबर क्राइम प्रशिक्षण संपन्न
इंटरनेट का सही इस्तेमाल से कम होंगे अपराध
जागरूकता ही बचाव
उदयपुर 23 फरवरी 2021। साईबर क्राइम फ्री राजस्थान अभियान के तहत पुलिस महानिरीक्षक सत्यवीर सिंह व जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. राजीव पचार के निर्देशन में उदयपुर जिले के सभी वृत कार्यालयों में 2 से 22 फरवरी तक साइबर क्राइम प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। एक्सपर्ट व रक्षासूत्र फाउंडेशन के संस्थापक मानस त्रिवेदी ने इस कार्यशाला में साईबर अपराध को कम करने के विषय पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने फेक आईडी से बचाव, बैंक फ्रॉड कॉल से बचाव, ओटीपी शेयर नहीं करने आदि के माध्यम से साईबर अपराधों से बचाव के तरीके बताए।
उन्होंने बताया कि अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, तकनीकी सेवायें राजस्थान जयपुर द्वारा साईबर अपराधों से बचाव के प्रति जागरूकता लाये जाने के क्रम में रक्षासूत्र फाउण्डेशन जयपुर द्वारा मिशन रक्षासूत्र के तहत साईबर अपराधों से बचाव के प्रति जागरूकता सम्बन्धी विभिन्न कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है।
इंटरनेट का सही इस्तेमाल से कम होंगे अपराध
मानस का कहना है कि वर्तमान में फेसबुक पर फर्जी एकाउंट बनाकर ब्लैकमेल करना या लोगों की हमदर्दी हासिल करने का प्रयास करना, सोशल मीडिया पर दोस्त बनकर पूरा एकाउंट खाली कर देना, ओटीपी साझा कर एकाउंट से पैसे निकाल लेना, इस तरह के अपराध और ऐसे अपराधियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में बहुत जरूरी हो गया है कि हम इंटरनेट का सही इस्तेमाल करे, असली नकली का फर्क, सोशल मीडिया पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में सावधानी बरतें।
जागरूकता ही बचाव
मानस ने बताया कि साइबर अपराध से बचने के लिए एक मात्र रास्ता है सतर्कता या जागरूकता। इस लॉकडाउन के दौरान 300 फीसदी साईबर क्राइम बढ़ा है। इसके तहत वित्तीय धोखाधड़ी में पेटीएम फ्रॉड, ई कॉमर्स धोखाधड़ी, सीम स्वैपिंग और कार्ड क्लोनिंग बढ़ी है। वही महिला और बच्चों के खिलाफ साईबर बुलिंग, छेड़छाड़, पहचान चुरा लेना जैसे मामले बढ़े है। जरूरत से ज्यादा सूचनाएं शेयर करने से नुकसान होगा। फेसबुक पर ज्यादा जानकारियां साझा करना ठीक नही, किसी भी फोन कॉल और आये हुए मैसज पर यूँ ही भरोसा ना करे और लालच में ना आये।