राजस्थान में आवारा श्वानो के लिए जारी हुई गाइडलाइन
हिंसक और आक्रामक प्रवृत्ति के कुत्तों को शहर से दूर छोड़ा जाएगा
उदयपुर 21 मार्च 2024 । प्रदेश में में आवारा श्वानों (कुत्तों) के बढ़ते आतंक को देखते हुए स्वायत शासन विभाग ने इस संबंध में गाइडलाइन जारी की है। गाइड्लाइन के अनुसार, हिंसक और आक्रामक प्रवृत्ति के आवारा श्वानो (कुत्तों) को शहर से दूर छोड़ा जाएगा। ऐसे श्वानों (कुत्तों) को चिह्नित कर वैक्सीनेशन भी किया जाएगा।
स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक सुरेश कुमार ओला ने बताया कि पिछले कुछ महीनो से पूरे प्रदेश में आवारा श्वानो के हमले के मामले बढ़ते जा रहे है। इसको ध्यान में रखते हुए गाइडलाइन जारी की गई है, ताकि आम जनता की सुरक्षा के साथ-साथ श्वानो को भी स्वस्थ और सुरक्षित रखा जा सके।
प्रदेशभर में लगभग 10 लाख आवारा श्वानो की आबादी हो गई है। अकेले जयपुर में 80 हज़ार से अधिक श्वान है। पिछले 3 महीने में जयपुर में 2000 से अधिक लोगों को कुत्तों ने काटा है। इसी तरह लगभग हर शहर में आवारा कुत्तो का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। अभी दो दिन पहले चित्तौड़गढ़ में एक मासूम बच्चे को आवारा कुत्तो ने नोच नोच कर मार डाला था।
स्वायत्त शासन विभाग द्वारा जारी की गई गाइडलाइन
- राजस्थान के सभी निकायों में स्थित कॉलेज, स्कूल, अभिभावकों, नागरिको की शिकायत पर हिंसक और आक्रामक प्रवृति के कुत्तो (श्वानो) को शहर से दूर ले जाकर छोड़ा जाए।
- ऐसे श्वानो को चिन्हित कर वेक्सिनेशन किया जाए।
- सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों के लेबर रूम, गायनिक रूम, ऑपरेशन थिएटर, शिशु वार्ड के आसपास घूमने वाले श्वानो (कुत्तो) को तत्काल पकड़कर शहर से दूर छोड़ा जाए।
- प्रदेश भर के पालतू श्वानो को भी चिन्हित कर उनके मालिकों को वेक्सिनेशन के लिए पाबंद किया जाए।
- आवारा श्वानो के संबंध में गैर सरकारी संगठनों के साथ समन्वय स्थापित कर एनिमल बिरथ कन्ट्रोल (ABC) प्रोग्राम को बढ़ावा दिया जाए।
- आवारा श्वानो को पकड़कर किसी एक स्थान पर रखे जाने के संसबंध में गैर सरकारी संगठनों के साथ समन्वय स्थापित कर आवश्यक कार्रवाई की जाये।