जिस गली में 48 घण्टे में 15 से ज्यादा एवं 5 घरों में पॉजिटिव मिले, उस गली में माईक्रोकन्टेन्मेंट जोन बनाया जायेगा
सेंपलिंग बढ़ाने के निर्देश
उदयपुर, 7 दिसंबर 2020 ।जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति एवं नियंत्रण के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा के लिए जिला कलक्टर चेतन देवड़ा की अध्यक्षता में सोमवार को जिला परिषद सभागार में विशेष बैठक आयोजित की गई।
बैठक में कलक्टर ने जिले में कोरोना की वर्तमान स्थिति की जानकारी लेने के साथ मरीजों को दिए जा रहे उपचार, उपचार के दौरान एवं बाद में की जा रही मॉनिटरिंग, कोरोना सेंपलिंग, हॉम आइसोलेशन, कोरोना जागरूकता के लिए किए जा रहे प्रयासों, इन्सीडेंट कमाण्डर द्वारा किए जा रहे कार्यों, एपिडेमिक एक्ट के तहत कार्यवाही, सेनेटाइजेशन कार्य आदि की समीक्षा करते हुए पुलिस, प्रशासन व विभागीय अधिकारियों को समंवित गंभीर प्रयास करने के निर्देश दिए।
माईक्रोकन्टेन्मेंट जोन बनाये जाएंगे
सेंपलिंग बढ़ाने के निर्देश:
बैठक में चिकित्सा विभागीय अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में जिले में प्रतिदिन औसतन 1200 सेंपलिंग की जा रही है। कलक्टर देवड़ा ने ऋषभदेव, खेरवाड़ा, मावली क्षेत्र में प्रतिदिन 100 सेम्पल तथा अन्य खण्ड में प्रतिदिन 50 सेंम्पल न्यूनतम लेने के साथ ही जिले में न्यूनतम 1500 सेम्पल प्रतिदिन लेने के निर्देश दिए। इसके साथ ही बैठक में निर्णय लिया गया कि अस्पताल आने वाले सभी सिम्पटोमेटिक मरीज, आई.एल.आई. मरीज की सेम्पलिंग अनिवार्य रूप से करने का कार्य सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी करेगें।
अब उदयपुर के हर वार्ड में लगेेंगे इन्सीडेंट कमाण्डर:
कलक्टर देवड़ा ने बैठक में निर्देश दिये कि उदयपुर शहर में 70 वार्ड पर 70 इन्सीडेंट कमाण्डर, प्रत्येक ग्राम पंचायत पर एक इन्सीडेंट कमाण्डर एवं अन्य नगरपालिका क्षेत्र में प्रति 5 वार्ड पर एक इन्सीडेंट कमाण्डर लगाया जावें और यह इंसीडेंट कमांडर पॉजिटिव मरीजों को घर पर ही रखने एवं कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल की पालना करायेंगें।
एपिडेमिक एक्ट के तहत कार्यवाही बढ़ाने के निर्देश
जिला कलक्टर ने जिले में एपिडेमिक एक्ट के तहत कार्यवाही बढ़ाने के निर्देश दिए। बैठक में निर्णय लिया गया कि जो मरीज होम आईसोलेशन गाईडलाईन की पालना नहीं करेगा एवं अन्य व्यक्ति जो कोरोना प्रोटेाकोल का उल्लंघन करेंगे ऐसे मामलों में सख्त कार्यवाही करायी जायेगी।
ये रहे मौजूद
बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक कैलाश चन्द्र विश्नोई, जिला परिषद उदयपुर मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ मंजू, एडीएम (प्रशासन) ओ.पी. बुनकर, चिकित्सा विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. जुल्फीकार अहमद काजी, नगर निगम आयुक्त हिम्मत सिंह बारहठ, आरएनटी प्राचार्य डॉ. लाखन पोसवाल, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (स्वा.) डॉ राघवेन्द्र राय, डब्यूएचओ से एसएमओ एनपीएसपी डॉ. अक्षय व्यास, आरआरटी के नोडल अधिकारी डॉ. मनु मोदी, नोडल ईएसआईसी एवं समस्त निजी चिकित्सा संस्थान के नोडल अधिकारी डॉ अंशुल मठ्ठा, नोडल अधिकारी, सेंपलिंग डॉ. विकास कुल्हरी आदि मौजूद रहे।