×

आवश्यक दवाइयों का रखे बफर स्टॉक

जिला कलेक्टर ने ली समीक्षा बैठक

 
सभी तैयारियां पूर्ण रखें

कोरोना की संभावित तीसरी लहर के आने से पूर्व ही प्रशासन तैयारियों को और चाक-चौबंद करने में जुट गया है। इसी क्रम में जिला कलेक्टर श्री चेतन देवड़ा ने आज जिला परिषद सभागार में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों संग बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की।

बैठक में जिला परिषद सीईओ मयंक मनीष, अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रशासन श्री ओपी बुनकर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश खराड़ी, आरएनटी प्राचार्य डॉ लाखन पोसवाल, आईएमए अध्यक्ष डॉ आनंद गुप्ता, डब्लूएचओ एसएमओ डॉ अक्षय व्यास सहित चिकित्सा विभाग के विभिन्न नोडल अधिकारी एवं कोविड डेडिकेटेड निजी अस्पतालों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

ऑक्सीजन प्लांट की स्थिति

कोरोना की संभावित तीसरी लहर एवं भविष्य में मेडिकल ऑक्सीजन की आशंका को देखते हुए जिला कलेक्टर श्री देवड़ा ने 60 एवं उससे अधिक शैय्या क्षमता वाले अस्पतालों में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट की समीक्षा करते हुए कहा कि दूसरी लहर से अनुमान लगाते हुए हमें कठिन से कठिन परिस्थिति हेतु भी तैयार रहना है। अस्पताल अपनी बेड कैपेसिटी के अनुसार ऑक्सीजन की व्यवस्था को पहले से ही पुख्ता कर ले।

आवश्यक दवाइयों का रखे बफर स्टॉक

श्री देवड़ा ने कहा कि महामारी के दौरान अचानक से मामलो में वर्द्धि होने पर आवश्यक दवाइयों समेत अन्य जीवन रक्षक उपकरणों की मांग बढ़ जाती है एवं बाजार में इसकी किल्लत होने लगती है। अतः समय रहते सभी अस्पताल दवाइयों समेत अन्य आवश्यक वस्तुओं का बफर स्टॉक अवश्य रखे।

सैंपलिंग जारी रखें

कलेक्टर श्री देवड़ा ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में कोरोना मामलो में बढ़ोतरी देखने को मिली है। संक्रमण की वास्तविक स्थिति का पता लगाने हेतु हमें सैंपलिंग को बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि हमें पूर्ण सावधानी बरतते हुए कोरोना प्रोटोकॉल की पालना हर जगह सुनिश्चित करवानी है एवं साथ ही कोविड सेंपलिंग के कार्य में गती लानी है।

सभी तैयारियां पूर्ण रखें

श्री देवड़ा ने कहा कि यह कोई नहीं कह सकता की तीसरी लहर कितनी घातक होगी। जिस तरह विदेशो में तीसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की आवश्यकता को महसूस किया गया उसी से संज्ञान लेते हुए हमें पहले से ही हर पहलु पर सावधान एवं सचेत रहने की जरूरत है। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में विकसित की जा रही हाई फोकस्ड फैसिलिटीज पर व्यवस्थाओं को और मजबूत करने, स्वास्थ्य केंद्रों पर मानव संसाधन एवं आवश्यक चिकित्सकीय उपकरणों की उपलब्धता को और  सुदृढ़ करने हेतु निर्देशित किया।