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कानूनी सख्ती से कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पाने की हो रही कवायद

उदयपुर में कोरोना संक्रमण को रोकने प्रतिबद्ध है प्रशासन

 

सौ से ज्यादा माइक्रो कंटेनमेंट जोन

16 लाख रूपये से ज्यादा के चालान काटे

हर यात्री पर नजर

उदयपुर, 14 अप्रेल। कोरोना की दूसरी लहर से उदयपुर जिले में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा तेजी से बढ़ा है, तो प्रशासन की सख्ती भी बढ़ती जा रही है। जिला कलक्टर चेतन देवड़ा के निर्देशानुसार कोरोना गाइडलाइन की पालना नहीं करने पर बुधवार तक प्रशासन व पुलिस के दलों द्वारा 156 व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को सीज किया जा चुका है और इनसे जुर्माना भी वसूला है। इनमें लग्जरी गाडि़यों के शोरूम, शॉपिंग मॉल्स, होटल-रेस्टोरेंट, फास्ट फूड सेंटर, रेडिमेड कपड़ों की दुकानें शामिल हैं।
 
सौ से ज्यादा माइक्रो कंटेनमेंट जोन:

अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) अशोक कुमार ने बताया कि कोरोना प्रोटोकॉल की पालना करवाने के लिए समझाइश के साथ सख्ती भी बरती जा रही है। कोविड संक्रमण से आमजन को बचाने के लिए प्रशासन प्रतिबद्ध है। संक्रमण रोकने की दृष्टि से उदयपुर जिले में अब तक 106 माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। यहां किसी भी तरह की आवाजाही को प्रतिबंधित किया गया है। जिले में 48 संयुक्त प्रवर्तन दल गठित किए गए हैं। शहरी क्षेत्र में 24 संयुक्त प्रवर्तन दल कोरोना प्रोटोकॉल की पालना करवाने, निजी अस्पतालों के साथ समन्वय स्थापित करने में जुटे हैं, वहीं जिले के अन्य क्षेत्रों में प्रशासन की 24 टीमें दिन-रात कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने में जुटी हैं। ब्लॉक स्तर पर एंटी-कोविड टीम के 700 से ज्यादा अधिकारी-कर्मचारी इस काम में जुटे हैं।

16 लाख रूपये से ज्यादा के चालान काटे:

अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) अशोक कुमार ने बताया कि बिना मास्क के सार्वजनिक स्थानों पर घूमते हुए पाए गए 663 लोगों के चालान काटकर 3 लाख 31 हजार 500 रूपये वसूले गए। वहीं, सोशल डिस्टेंसिंग नहीं रखने पर 10,418 चालान काटकर 10 लाख 41 हजार 800 रूपये वसूले गए। कोविड गाइडलाइन की पालना नहीं करने पर बुधवार तक 156 व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को नियमानुसार सीज कर 2 लाख 60 हजार रूपये का जुर्माना वसूला गया है।

हर यात्री पर नजर

अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) ओपी बुनकर ने बताया कि जिले की सीमा पर 6 चेक पोस्ट बनाए गए हैं, जो बाहर से आने वाले यात्रियों पर नजर रखे हुए हैं। राज्य सरकार के निर्देषानुसार रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड, एयरपोर्ट पर भी यात्रियों की आरटीपीसीआर रिपोर्ट देखकर ही उदयपुर में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है।  जो यात्री आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट नहीं ला रहे हैं, उनका मौके पर ही सेम्पल लेकर कोविड टेस्ट करवाया जा रहा है। जब तक टेस्ट की रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक यात्री को क्वारेेंटाइन किया जा रहा है।

वहीं, आम जन के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जिला कलक्टर देवड़ा ने समस्त धार्मिक स्थलों को 10 दिनों के लिए बंद किया गया है वहीं शहर में गुलाबबाग को डी-कंजेशन जोन घोषित किया है। संक्रमण फैलने की आशंका को देखते हुए आमजन के लिए गुलाबबाग में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है।