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शहर के कोरोना प्रभावित क्षेत्रों में निषेधाज्ञा

9 मार्च से 22 मार्च की मध्यरात्रि तक पुलिस थाना हाथीपोल अंतर्गत राजकीय जनजाति कस्तूरबा आश्रम छात्रावास व राजकीय जनजाति खेल बालिका छात्रावास में विद्यालय के सामने वाली गली तक प्रभावित क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू रहेगी।

 

कोरोना प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन मुस्तैद

उदयपुर, 9 मार्च 2021। कोरोना संक्रमण की आशंका को देखते हुए जिला कलक्टर चेतन देवड़ा ने प्रभावित क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू करने का आदेश दिया है। आदेश के अनुसार 9 मार्च से 22 मार्च की मध्यरात्रि तक पुलिस थाना हाथीपोल अंतर्गत राजकीय जनजाति कस्तूरबा आश्रम छात्रावास व राजकीय जनजाति खेल बालिका छात्रावास में विद्यालय के सामने वाली गली तक प्रभावित क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू रहेगी।

इस निषेधाज्ञा के तहत प्रभावित क्षेत्र की सीमाओं के व्यक्ति अपने आवास के बाहर आवागमन नहीं करेंगे। सीमा के अन्दर अवस्थित संस्थान, दुकान, प्रतिष्ठान, धार्मिक स्थान, जिम व शादी समारोह, रैली, जुलूस व सभा प्रतिबंधित रहेगी। सार्वजनिक व निजी वाहनों का आवागमन बंद रहेगा।

कोरोना प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन मुस्तैद

उदयपुर में राजकीय बालिका जनजाति छात्रावास मधुवन में मंगलवार को कोरोना के 14 मामले और सामने आने के बाद जिला कलक्टर चेतन देवड़ा सहित चिकित्सा एवं पुलिस विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुंचें। कलक्टर ने कोरोना पॉजिटिव छात्राओं के उपचार सहित प्रभावित क्षेत्र में आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलक्टर ने प्रभावित क्षेत्र में निषेधाज्ञा के दौरान क्षेत्रवासियों को कोई परेशानी नहीं हो, इसका विशेष ध्यान रखने की बात कही।

सीएमएचओ डॉ दिनेश खराड़ी ने बताया कि छात्रावास में दो बालिकाओं के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद कल छात्रावास में उपस्थित सभी छात्राओं एवं मौजूद स्टाफ की सैंपलिंग कराई गई थी जिसमें 14 और छात्राएं पॉजिटिव पाई गई है सभी पॉजिटिव पाई गई छात्राओं को आइसोलेट कर दिया गया है एवं छात्रावास प्रभारी को कोरोना गाइडलाइन की पालना के तहत कोरोना के प्रभावी नियंत्रण के लिए मास्क का प्रयोग एवं सैनिटाइजेशन तथा आईएलआई के लक्षण अन्य छात्राओं में दिखने पर आइसोलेशन में रखने के निर्देश प्रदान किए हैं। इन विद्यालयों में उपस्थित कुल 367 छात्राओं एवं स्टाफ की स्क्रीनिंग की गई है जिनमें 17 लोगों को आई एल आई के लक्षण मिले हैं तीनों विद्यालयों में चिकित्सा विभाग की मोबाइल मेडिकल टीम द्वारा 260 सैंपल भी लिए गए है। छात्रावास को हॉटस्पॉट मानते हुए हाउस टू हाउस सर्वे टीम द्वारा भी घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग की गई है जिसके अनुसार कुल 22 टीमों द्वारा 1434 घरों का सर्वे कर 6754 लोगों की स्क्रीनिंग की गई जिसमें 22 लोगों को आईएलआई के लक्षण मिले हैं।