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उदयपुर स्टेशन का विश्वस्तरीय पुनर्विकास कार्य प्रगति पर

354 करोड़ रुपए की लागत से होगा पुनर्विकास

 
नई बिल्डिंग के साथ ही कॉनकोर्स एवं  फुट ओवर ब्रिज स्काई वॉक से जुडेंगे

रेलवे द्वारा उदयपुर स्टेशन को विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त करने के लिए पुनर्विकास कार्य युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। इस कार्य को  354 करोड़ रुपए की लागत के साथ किया जा रहा है। उदयपुर स्टेशन के पुनर्विकास का शिलान्यास माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा हाल ही में नाथद्वारा से किया गया था एवं वर्तमान में कार्य तीव्र गति से प्रगति पर है। 

उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार महाप्रबन्धक विजय शर्मा के दिशा निर्देशन में उदयपुर सिटी स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य तीव्र गति से निष्पादित किया जा रहा है। 

वर्तमान में  उदयपुर सिटी स्टेशन की पुरानी स्टेशन बिल्डिंग के कुछ हिस्सों को तोडकर नई स्टेशन बिल्डिंग के लिये खुदाई का कार्य किया गया है और बेस पिलिन्थ लेवल का कार्य किया जाए रहा है। इसके साथ ही बेसमेंट संबंधित सिविल कार्य भी प्रगति पर है। 

उदयपुर सिटी स्टेशन पर कुल 86,248 वर्ग मीटर क्षेत्र को विकसित किया जाएगा जिसमें मुख्य स्टेशन बिल्डिंग 5,989 वर्ग मीटर क्षेत्र में (भूतल+3) तथा द्वितीय प्रवेश स्टेशन बिल्डिंग 5,824 वर्ग मीटर क्षेत्र में (भूतल + 3) में विकसित की जाएगी।

मुख्य स्टेशन भवन में कार पार्किंग, आगमन/ प्रस्थान हेतु अलग-अलग गेट, सुरक्षा जांच क्षेत्र, 72 मीटर चौड़ाई का कॉन्कोर्स एरिया जिसमें फुड कोर्ट, शॉपिंग कोर्ट, कैफेटेरिया, वेटिंग एरिया, प्ले एरिया इत्यादि का प्रावधान रखा गया है। स्टेशन पर 20 नई लिफ्ट एवं 26 नये एस्केलेटर लगाकर मौजूदा संख्या को बढ़ाया जाएगा। स्टेशन पर मौजूद दोनों फुटओवर ब्रिज को स्काई वॉक से जोड़ा जाएगा।

स्टेशन पर अनारक्षित प्रतीक्षालय, एक्जिक्यूटिव प्रतीक्षालय, खुदरा स्टालें, शौचालय, बेगेज स्कैनर तथा कोच इन्डिकेटर के साथ ही समस्त प्रकार की आधुनिक यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।

झीलों की नगरी उदयपुर स्टेशन का संपूर्ण पुनर्विकास इसकी भव्य और आकर्षक बिल्डिंग को देखने मात्र से नजर आएगा l पूरी परियोजना में निर्माण के साथ-साथ संचालन और रखरखाव के दौरान ऊर्जा खपत में कमी के लिए सुविधाओं के साथ ग्रीन बिल्डिंग सुविधाएं होंगी, जो  नवीनीकरणीय ऊर्जा के साथ कचरे के प्रसंस्करण, वर्षा जल संचयन आदि जैसे संसाधनों युक्त होगी। 

कैप्टन शशि किरण ने बताया कि उदयपुर शहर के महत्व और पर्यटक स्थल को देखते हुये रेलवे द्वारा यहाँ यात्री सुविधाओं को बढ़ाने के लिये अनेक कार्य किये जा रहे हैं। उदयपुर शहर में सुगम रेल सुविधाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिये भविष्यगामी परिस्थितियों को ध्यान में रखकर योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने की तैयारी की गई है। इसी क्रम में उदयपुर स्टेशन को आगामी 50 वर्षों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर ‘अमृत भारत स्टेशन’  के तहत पुनर्विकसित किया जा रहा है, जिसमें मेवाड़ के हैरिटेज और आधुनिकता का समावेश है। स्टेशन को शहर के प्रमुख केन्द्र के रूप में विकसित किये जाने का प्रावधान है, ताकि यहाँ आने वाले पर्यटक भी विशेष अनुभूति के साथ मीठे संस्मरण लेकर जाए।