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गांधी जयंती पर खुलेंगे स्कूल

स्कूलों का संचालन 7:30 से दुपहर 1:00 बजे तक रहेगा यथावत शिक्षा निदेशक ने किये आदेश जारी

 

उदयपुर 1 अक्टूबर 2023 । शिक्षा विभाग की ओर से जारी शिविरा पंचांग में 2 अक्टूबर को अवकाश और उत्सव लिखकर बनी असमंजस की स्थिति को शिक्षा निदेशक ने दूर कर सोमवार गांधी जयंती पर विद्यालय खुले रखने तथा स्कूलों के वर्तमान समय को 15 अक्टूबर तक यथावत रखने के आदेश जारी किए हैं। 

गांधी जयंती पर सभी स्कूलों में छात्र छात्राओं के साथ शिक्षक कर्मचारियों की उपस्थिति  अनिवार्य होगी। उत्सव के रूप में स्कूल में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से जुड़े अनेक आयोजन करने होंगे। उधर विभाग ने विद्यालयों में प्रस्तावित शीतकालीन समय सारणी के अनुसार स्कूलों का संचालन 10 से 4:00 बजे तक के आदेश को स्थगित कर 15 अक्टूबर तक स्कूलों का संचालन वर्तमान समय के अनुसार प्रातः 7:30 से 1:00 बजे तक यथावत रखने के आदेश जारी किए हैं।

राजस्थान शिक्षक एवं पंचायती राज कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष शेर सिंह चौहान  ने बताया कि पिछले दिनों संगठन की ओर से मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर प्रदेश में पड़ रही गर्मी एवं उमस के मौसम को देखते हुए विद्यार्थियों को राहत देते हुए राज्य में वर्तमान स्कूली समय प्रातः 7:30 से 1:00 बजे तक का समय 31 अक्टूबर तक यथावत रखबाने की मांग की गई थी।

प्रदेश अध्यक्ष शेर सिंह चौहान ने सरकार की ओर से वर्तमान स्कूल समय को यथावत रखने के निर्णय का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री का आभार जताया है। संगठन के प्रदेश महामंत्री राजेश शर्मा ने बताया के निदेशक माध्यमिक शिक्षा की ओर से जारी आदेश के मुताबिक अब 16 अक्टूबर से शीतकालीन समय सारणी के मुताबिक स्कूलों का संचालन किया जाएगा।  

गौरतलब है कि शिवरा पंचांग के अनुसार 1 अप्रैल से 30 सितंबर तक स्कूलों का संचालन ग्रीष्मकालीन समय सारणी के अनुसार सुबह 7:30 से 1:00 बजे तक किया जाता है। जबकि 1 अक्टूबर से 31 मार्च तक शीतकालीन समय सारणी के अनुरूप स्कूलें 10:00 बजे से 4:00 बजे तक संचालित किए जाते हैं।

15 अगस्त व 26 जनवरी की तरह स्कूलों में समारोह पूर्वक मनाई जाएगी गांधी जयंती

माध्यमिक शिक्षा निदेशक कानाराम की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि 2 अक्टूबर को गांधी जयंती को शिविरा पंचांग में उत्सव और अवकाश लिखा गया है। ये 15 अगस्त और 26 जनवरी की तरह है। जब स्कूल में अवकाश रहता है लेकिन उत्सव आयोजित किया जाता है। ऐसे स्टूडेंट्स को स्कूल आना होगा। महात्मा गांधी के जीवन पर आधारित नाटक, कविता, अभिनय जैसी गतिविधियों में शामिल होना है। इस दौरान गांधी से जुड़ी डॉक्युमेंट्री या फिल्म भी स्टूडेंट्स को दिखाई जा सकती है।

शिक्षक नेता शेर सिंह चौहान का कहना है कि आमतौर पर शिविरा पंचांग में उत्सव ही लिखा होता है। ऐसे में स्कूल लगती है और स्टूडेंट्स उत्सव में हिस्सा लेते हैं। इस बार इसे अवकाश उत्सव लिखा गया। विभाग ने अब संशोधित आदेश जारी कर गांधी जयंती को भी पंद्रह अगस्त और 26 जनवरी की तरह मनाने के आदेश दिए हैं। लेकिन स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति के बावजूद मिड डे मील योजना के तहत दोपहर का भोजन अवकाश होने की वजह से नहीं बनाया जाएगा।