संभावित तीसरी लहर को लेकर पुख्ता रखे तैयारियां - जिला कलेक्टर
अनुमान के मुताबिक तीसरी लहर अक्टूबर माह में आने की सम्भावना है जिसमे विशेषकर बच्चो के प्रभावित होने की अधिक सम्भावना जताई जा रही है।
जिला कलेक्टर ने दिए समीक्षा बैठक में निर्देश
उदयपुर 1 सितंबर 2021। कोविड 19 की संभावित तीसरी लहर में कोविड संक्रमण के प्रसार को रोकने एवं कोविड के कारण होने वाली जनहानि को न्यूनतम किये जाने को लेकर आज जिला कलेक्टर महोदय की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में संभावित लहर हेतु की गई तैयारियों, कोविड के दौरान समुचित उपचार, ऑक्सीजन प्लांट, कन्सन्ट्रेटर की उप्लधता एवं टीकाकरण सहित विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की गई।
बैठक में जिला कलेक्टर चेतन देवड़ा ने कहा कि कोविड की दूसरी लहर में प्रशासन एवं चिकित्सा विभाग की टीम द्वारा बहुत मुस्तैदी से काम किया गया। सबका एक ही मकसद था की जीवन को कैसे बचाए। सबने कम संसाधनों में भी बहुत अच्छा कार्य किया जिसके लिए पूरा चिकित्सा महकमा बधाई का पात्र है।
कलेक्टर देवड़ा ने कहा कि अनुमान के मुताबिक तीसरी लहर अक्टूबर माह में आने की सम्भावना है जिसमे विशेषकर बच्चो के प्रभावित होने की अधिक सम्भावना जताई जा रही है। तीसरी लहर आए या न आए पर हमे बचाव हेतु तैयारियां पहले से ही पूर्ण रखनी है और हमें मुश्किल से मुश्किल हालात के लिए भी तैयार रहना है।
अभी तक ये है तैयारियां
16 ऑक्सीजन प्लांट चालू
चिकित्सा विभाग द्वारा की गई तैयारियों के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश खराड़ी ने बताया कि जिले के आरएनटी मेडिकल कॉलेज एवं सम्बंधित अस्पतालो में 19, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों/उप जिला अस्पताल में 8 एवं निजी अस्पतालों में 12 ऑक्सीजन प्लांट सहित कुल 3130 सिलेंडर प्रतिदिन उत्पादक क्षमता के 39 पीएसए प्लांट स्थापित किये जाने है जिनमे से 14 चालू हो चुके है एवं शेष प्रगतिशील है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर स्थापित किए जा रहे ऑक्सीजन प्लांट में फाउंडेशन, शेड, केबलिंग एवं सेंट्रल पाइपलाइन सहित लगभग 90% कार्य पूर्ण हो चुका है एवं 15 सितंबर तक सभी ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील होने की उम्मीद है। इसके अलावा जिले में 20 केएल कैपेसिटी के 3 एलएमओ प्लांट में से 2 फ़िलहाल कार्यशील अवस्था में है।
बैठक में जिला कलेक्टर ने प्लांट संचालन के लिए बिजली कनेक्शन के लोड बढ़वाने में आ रही समस्या पर डिस्कोम के एसई को निर्देशित करते कि जहा कही भी तकनिकी खामी आ रही है उसे दूर कर प्लांट हेतु बिजली कनेक्शन के लोड बढ़वाने का कार्य प्राथमिकता से पूर्ण करें।
ऑक्सीजन कंसंट्रेटर:-
डॉक्टर खराड़ी ने बताया कि चिकित्सा विभाग को प्राप्त कुल 1750 कंसंट्रेटर में से 1250 कंसंट्रेटर को सीएचसी एवं पीएचसी पर भिजवाया जा चुका है शेष 500 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का ऑक्सीजन बैंक जिला मुख्यालय स्वास्थ्य भवन बड़ी में स्थापित किया जा चुका है वही आरएनटी मेडिकल कॉलेज को मिले 713 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में से 100 को ऑक्सीजन बैंक एवं शेष को वार्ड में स्थापित किया गया है।
दवाइयों की उपलब्धता:-
राज्य सरकार के दिशा निर्देशानुसार जिले के सभी अस्पतालों में दवाइयों का 4 माह का बफर स्टॉक किया जा रहा है एवं इसके साथ ही जिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कोविड कंसल्टेशन केअर सेंटर संचालित है वहां कोविड में आपातकालीन रूप से काम में आने वाली 8 तरह की जीवन रक्षक दवाइयों का अलग से बफर स्टॉक रखने हेतु भी निर्देशित किया जा चुका है।
वैक्सीनेशन में तेजी लाएं
बैठक में जिला कलेक्टर चेतन देवड़ा ने कहा कि हम सभी इस बात से भलीभांति परिचित हैं कि जितने ज्यादा लोगों का हम वैक्सीनेशन कर पाएंगे तीसरी लहर को रोकने में हम उतना ज्यादा कामयाब हो पाएंगे। अतः हमें विशेष प्रयास करते हुए वैक्सीनेशन कवरेज में प्रगति लानी है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा अधिकारी अभियान चलाकर दूसरी डोज की कवरेज में छूट रहे लोगों का वैक्सीनेशन कराएं एवं कोशिश करें कि इस माह के अंत तक जिले में शत प्रतिशत पहली डोज पूर्ण हो जाए।
ये रहे बैठक में मौजूद
बैठक में अति. जिला कलेक्टर प्रशासन ओ पी बुनकर, यूआईटी सचिव अरुण हसीजा, स्मार्ट सिटी सीइओ एवं ऑक्सीजन नोडल नीलाभ सक्सेना, आर एन टी मेडिकल कॉलेज के अतिरिक्त प्राचार्य डॉ अशोक वर्मा, एमबीजीएच उपाधीक्षक डॉ संजीव टाक, डॉ दीपक सेठी, डॉ राघवेंद्र राय, डॉ अशोक आदित्य, खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित निजी अस्पतालो के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।