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सीएमएचओ के आदेश पर सीज हुआ श्री वेदांता हॉस्पिटल

पूर्व में शर्मा हॉस्पिटल के नाम से संचालित होता था यह अस्पताल 

 

उदयपुर के सुखेर स्थिति श्री वेदांता हॉस्पिटल को सीएमएचओ एसएल बामनिया के आदेश पर सीज कर दिया गया। इस कार्यवाही के दौरान बड़ी मात्रा में पुलिस भी मौजूद रही।

हॉस्पिटल के खिलाफ पूर्व में दो मरीजों को बिल का भुगतान नही होने पर बंधक् बना कर रखने की शिकायत पर जांच कमेटी बना विभागीय जांच की ज़ा रहीं थी, क्लीनिकल इस्तेब्लिशमेंट एक्ट के तहत जांच के दौरान कमियां पाई गई, कहीं, जितना मेन पावर होना चाहिए नही मिली।

बामनिया ने बताया को पहले नोटिस जारी करने के बाद हॉस्पिटल प्रशासन द्वारा कोई संतोषजनक जवाब नही मिला तो हॉस्पिटल को एक और नोटिस भेजा गया और जब उसके तहत भी संतोषजनक जवाब नही मिला तो क्लीनिकल इस्टब्लिशमेंट एक्ट की कमेटी द्वारा गुरुवार को कार्यवाही की ज़ा कर हॉस्पिटल को सीज किया गया हैं।

बामनिया ने कहा की किसी को बंधक बनाकर रखना एक क्रिमिनल ऑफन्स हैं, इसके तहत इनके खिलाफ अलग से कार्यवाही की जाएगी, फिलहाल मेडिकल विभाग द्वारा कार्यवाही करते हुए सीज करने की कार्यवाही की गई।

बामनिया ने कहा की जिस कमेटी द्वारा ये कार्यवाही को गई उसमे ज़िला कलेक्टर तारा चंद मीणा, सीएमएचओ डॉ. एसएल बामनिया, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के डॉ. आनंद गुप्ता और 2 अन्य डॉक्टर्स शामिल हैं, इस कमेटी द्वारा पाई गई रिपोर्ट के आधार पर लिए गए निर्णय के मद्देनजर एक्ट को धारा 32 A के जो प्रावधान हैं उसी को ध्यान में रखते हुए हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन निरस्त किया ज़ा कर हॉस्पिटल को सीज करने की कार्यवाही की गई।

बामनिया ने बताया कि सीज करने की कार्यवाही के वक्त हॉस्पिटल में 2 मरीज इलाज के लिए भरती किए हुए थे जिन्हे वाहन से निकाल के सरकारी वाहन से शहर के जीबीएच अमेरिकन हॉस्पिटल में भिजवाया गया हैं जहां उनका इलाज जारी रहेगा।

गौरतलब हैं की पूर्व में श्री वेदांता हॉस्पिटल का नाम शर्मा हॉस्पिटल था जिसको बदल दिया गया। कोरोना काल में भी शर्मा हॉस्पिटल के नाम से संचालित हॉस्पिटल के खिलाफ शिकायत मिली थी की कोराना काल के दौरान हॉस्पिटल में कई लोगों को मौत हुई हैं, इस पर तत्कालीन सीएमएचओ द्वारा जांच कमेटी बिठाई गई थी और कमेटी द्वारा को गई जांच में कमियां पाई जाने पर पूर्व में भी शर्मा हॉस्पिटल के नाम से संचालित हॉस्पिटल को सीज करवाया गया था लेकिन बाद में एक बार फिर दूसरे नाम से हॉस्पिटल को चालू कर दिया गया।