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यूआईटी को मिला है 6 माह और राहत (पट्टे) देने का मौका : पोसवाल

राज्य के और अधिक परिवारों को लाभान्वित करने के लिए अब इस अभियान की अवधि 31 मार्च 2024 तक 6 महीने और बढ़ा दी गई है

 

उदयपुर, 4 अक्टूबर। प्रशासन शहरों के संग अभियान 2021 के 2 वर्ष पूरा होने पर गांधी जयंती के अवसर पर उदयपुर यूआईटी को मिले राज्य स्तरीय सम्मान पर यूआईटी अध्यक्ष और कलक्टर अरविंद पोसवाल ने खुशी जताई हैे और अभियान की सफलता के माध्यम से राज्य सरकार की मंशाओं को सार्थक करने के लिए यूआईटी को बधाई दी है।

नगरीय विकास,आवासन एवं स्वायत्त शासन विभाग के मंत्री शांति धारीवाल के मुख्य आतिथ्य में जयपुर विकास प्राधिकरण के प्रांगण में सोमवार को आयोजित राज्य स्तरीय सम्मान समारोह में उदयपुर यूआईटी सचिव सावन कुमार चायल को राज्य स्तरीय सम्मान मिलने के बाद यूआईटी के अधिकारियों ने सम्मान के तहत मिली ट्रॉफी को आज कलेक्ट्रेट पहुंच कर यूआईटी अध्यक्ष और जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल को सौंपी।

यूआईटी को मिला है 6 माह और राहत देने का मौका : पोसवाल

इस मौके पर कलक्टर व यूआईटी अध्यक्ष पोसवाल ने राज्य सरकार के निर्देशानुसार प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत यूआईटी द्वारा आमजन को राहत देने के लिए पट्टे जारी करने की मुहिम को सार्थक बनाने के लिए किए प्रयासों की सराहना की और कहा कि सरकार की मंशा को पूरा करने के लिए यूआईटी द्वारा किए गए निष्ठावान प्रयासों के लिए ही राज्य सरकार द्वारा यूआईटी को राज्य स्तर पर सम्मान दिया है।  

उन्होंने संपूर्ण यूआईटी टीम को बधाई भी दी और आगामी दिनों में भी इसी तरह से अभियान को सफल बनाने का आह्वान किया। कलक्टर ने बताया कि राज्य के और अधिक परिवारों को लाभान्वित करने के लिए अब इस अभियान की अवधि 31 मार्च 2024 तक 6 महीने और बढ़ा दी गई है, ऐसे में यूआईटी और भी अधिक परिवारों को पट्टे देकर अभियान के माध्यम से राहत दे सकती है। इस अवसर पर यूआईटी सचिव सावन कुमार चायल, यूआईटी के अतिरिक्त मुख्य अभियंता संजीव शर्मा व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

उल्लेखनीय है कि यूआईटी उदयपुर द्वारा पूरे राज्य में सभी यूआईटी से अधिक एवं 14 हजार के लक्ष्य के मुकाबले 30,504 पट्टे देकर 413 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया गया जो अपने आप में एक कीर्तिमान है। यूआईटी की इस उपलब्धि के लिए यूआईटी सचिव सावन कुमार चायल को समारोह में ट्रॉफ़ी देकर समानित किया गया ,इसके अलावा यूआईटी उदयपुर के पूर्व सचिव नितेन्द्र पाल सिंह एवं अरुण कुमार हसीजा को भी योगदान के लिए सम्मानित किया गया। यूआईटी चित्तौड़गढ़ द्वारा भी लक्ष्य से अधिक पट्टे देने के लिए श्री आर.डी. मीणा को भी सम्मानित किया गया वहीं अभियान के सम्भागीय प्रेक्षक डॉ. आर.पी. शर्मा एवं सतीश श्रीमाली को भी अभियान के दौरान प्रभावी पर्यवेक्षण करने के लिए सम्मानित किया गया।