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नगर निगम उदयपुर-शहर के विकास और दीपावली मेले के आयोजन का लिया निर्णय 

शहर के विकास को लेकर महापौर, उपमहापौर ने की समिति अध्यक्ष एवं अधिकारियों से चर्चा

 

प्रशासनिक समिति की मैराथन बैठक में लिए महुतपूर्ण निर्णय, भव्य दीपावली मेले का होगा आयोजन

उदयपुर। शहर के विकास को लेकर नगर निगम  प्रशासनिक समिति की महत्वपूर्ण बैठक महापौर गोविंद सिंह टाक की अध्यक्षता में आयोजित की गई। नगर निगम उप महापौर एवं स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष पारस सिंघवी ने बताया कि मंगलवार को महापौर गोविंद सिंह टाक, निगम आयुक्त हिम्मत सिंह बारहठ ने प्रशासनिक समिति के सभी सदस्यों एवं निगम अधिकारियों के साथ बैठक का आयोजन किया गया और शहर शहर के चहुंमुखी विकास को लेकर चर्चा की गई। 

बैठक में स्वायत्त शासन विभाग जयपुर के आदेश क्रमांक 1680 दिनांक 31.1.2007 में राजस्थान नगर पालिका अधिनियम 2009 की धारा 105, 325, तथा 337 की उपधारा 4 के द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए राज्य सरकार एतद् द्वारा नगर निगम / परिषद् / पालिकाओं की उपविधियों में अनुज्ञापत्र / लाईसेंस फीस संबंधित प्रावधान में संशोधन किया गया था। निगम द्वारा पूर्व में 15 जुलाई 2015 से राजस्थान राजपत्र से जो लाईसेंस संबधित फीस की गाईड लाईन थी उसी के आधार पर वर्तमान में लाईसेंस फीस ली जा रही है। अतः दिनांक 31.1.2017 के आदेश में दी गई गाईड लाईन अनुसार लाइसेंस की फीस लेने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया और सर्वसम्मति से पारित करने का निर्णय लिया गया।

दीपावली मेले का होगा आयोजन

नगर निगम द्वारा प्रतिवर्ष भव्य दीपावली मेले का आयोजन किया जाता है लेकिन पिछले 2 वर्षों से कोरोना महामारी के चलते यह आयोजन नहीं हो सका था। प्रशासनिक समिति में प्रस्ताव लिया गया कि दीपावली मेले का आयोजन इस वर्ष किया जाए। मंगलवार को समिति की बैठक में दीपावली मेले के आयोजन का प्रस्ताव रखा जिसको महापौर गोविंद सिंह टाक, उपमहापौर पारस सिंघवी द्वारा पूरी तरह समर्थन किया गया एवं सर्वसम्मति से भव्य रुप से मेला आयोजन करने का निर्णय लिया गया। उप महापौर ने मेले की तैयारियों की पूरी जिम्मेदारी सांस्कृतिक समिति अध्यक्ष चंद्रकला बोल्या को दी एवं मेले में किसी भी प्रकार की कोई कमी ना रहे इस हेतु समिति अध्यक्ष के साथ साथ अधिकारियों को भी निर्देशित किया है। दीपावली मेले को लेकर शहरवासियों के साथ साथ उदयपुर में आने वाले पर्यटक भी उत्सुक रहते है।

हटेंगे अवैध निर्माण 

नगर निगम प्रशासनिक समिति बैठक में बहुमंजिला इमारतों की स्वीकृति में सरेंडर पार्किंग स्थल का व्यवसायिक या अन्य उपयोग किए जाने की स्थिति में अब सख्त कार्रवाई की जाएगी। बैठक में इसको लेकर उपस्थित सदस्यों द्वारा रोष व्यक्त किया गया कि शहर की कई बहुमंजिला इमारतों के आगे पार्किंग के दौरान उसके आसपास रहने वाले लोगों को कई तरह की समस्या हो रही है। निगम पार्षद को उलाहना दिया जाता है। इसमें नगर निगम आयुक्त अनिल शर्मा, उप नगर नियोजन सिराजुद्दीन एवं प्रवीण बंसीवाल की संयुक्त कमेटी का गठन किया गया है। अगले 1 महीने में कमेटी द्वारा किए गए कार्यों का अवलोकन किया जाएगा साथ ही ऐसे भवनों को चिन्हित कर उन पर लगातार कार्रवाई की जाएगी।

बैठक में नगर निगम उदयपुर द्वारा वर्ष 2015-16 में आवासीय भवनों पर लगने वाले रूफटोप सोलर संयंत्र पर Rajasthan Renewable Energy Corporation Limited (RRECL) द्वारा दिये जाने वाले 40 प्रतिशत अनुदान के अतिरिक्त नगर निगम स्तर पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त अनुदान देने का निर्णय लिया गया था। चूंकि उक्त अंशदान RRECL द्वारा दिये जाने वाले अंशदान दिये जाने की पुष्टि होने के पश्चात् दिये जाने का निर्णय लिया गया था । अतः कुछ समय पश्चात् RRECL द्वारा अंशदान योजना समाप्त होने की स्थिति में नगर निगम द्वारा भी अंशदान देना बन्द कर दिया गया था। वर्तमान में राज्य सरकार द्वारा पुनः डिस्कॉम के माध्यम से अंशदान योजना चालु करने का निर्णय लिया गया है। अब निगम द्वारा भी सभी 70 वार्डो में अंशदान देने का निर्णय लिया है। चाहे वार्ड यूआईटी क्षेत्र में स्थित हो तो भी उन्हें अंशदान दिया जाएगा। इसी के साथ पहले 2700 स्क्वायर फीट तक वाले निजी भूखंड को ही यह सब्सिडी निगम द्वारा दी जाती थी अब इस शर्त हो हटा दिया गया है।

बैठक में नगर निगम के निगम के ही दो कर्मचारीयो के वेतन स्थरीकरण एवं एरियर भुगतान के बारे में चर्चा की गई। जिस पर निर्णय लिया गया कि इस पूरे प्रकरण का विधि समिति द्वारा संपूर्ण प्रावधानों को ध्यान में रखते हुए परीक्षण किया जाएगा उसके पश्चात अग्रिम कार्यवाही की जाएगी एवं इसी के साथ निगम में अन्य कोई भी कर्मचारी इस श्रेणी के अंतर्गत योग्य है तो उन्हें भी इस प्रकार का लाभ दिया जाएगा।

निगम लगाएगा सोलर रिफ्लेक्टर

नगर निगम प्रशासनिक समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि शहर के प्रमुख डिवाइडर के दोनो छोर पर सोलर रिफ्लेक्टर लगाए जाएंगे जिससे रात्रि में कोई भी वाहन दुर्गा दुर्घटनाग्रस्त नहीं हो। बैठक में महापौर, आयुक्त, उपमहापौर, सभी समितियों के अध्यक्ष, विशेष आमंत्रित सदस्य, सचेतक, निगम के प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे।