×

Salumber Bypoll- आदिवासी बाहुल्य सीट पर BAP दे सकती है दोनों को झटका 

2023 आम चुनाव में BAP ने दी थी खासी टक्कर

 

Salumber विधानसभा सीट के विधायक अमृत लाल मीणा के निधन के बाद रिक्त हुई सीट पर उपचुनाव होने है।  इस सीट पर होने वाले चुनावो को लेकर सरगर्मियां भी शुरू हो गई है। आदिवासी बाहुल्य सीट पर पिछले 2023 के चुनावो में जीत BJP को मिली थी। लेकिन आदिवासियों में पैठ रखने वाली भारत आदिवासी पार्टी (BAP) ने 51691 वोट लेकर Congress और BJP की नींद हराम कर दी थी। 

2023 विधानसभा चुनावो में बीजेपी के स्वर्गीय अमृत लाल मीणा को 80,086 वोट मिले थे जबकि कांग्रेस के रघुवीर मीणा को 65,395 वोट मिले थे। यानि बीजेपी की जीत का मार्जिन 14,691 था।  वहीँ BAP के जितेश मीणा ने 51,691 मत लेकर कांग्रेस को तो झटका दिया ही है। बल्कि बीजेपी के लिए खतरे की घंटी बजा दी। 

हालाँकि अभी तक तीनो में से किसी पार्टी ने सलूंबर विधानसभा सीट पर अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। लेकिन दोनों ही बड़ी पार्टियां (बीजेपी/कांग्रेस) को BAP के प्रत्याशी को लेकर तनाव में ज़रूर है। हाल ही में सम्पन्न हुए लोकसभा चुनाव में BAP और कांग्रेस का राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन (INDIA Alliance) हुआ था। डूंगरपुर के चौरासी विधानसभा सीट के विधायक और BAP के कद्दावर नेता राजकुमार रोत के बांसवाड़ा डूंगरपुर लोकसभा सीट के सांसद बनने के बाद गठबंधन यदि कायम रहता है तो बीजेपी के लिए निश्चित तौर पर झटका होगा। हालाँकि उपचुनाव में गठबंधन कायम रहेगा इसकी संभावना कम ही है। 

क्या है सलूंबर सीट पर समीकरण 

आदिवासी बाहुल्य इस सीट पर जनजाति (ST) वोटर 55 फीसदी है. जिसमे मुख्यतः 47 फीसदी मीणा मतदाता है। जबकि अनुसुचित जाति (SC) मतदाता 5.21 फीसदी है। वहीँ ओबीसी और स्वर्ण मतदाता यहाँ 38 फीसदी है जिसमे मुख्यतः पटेल मतदाता 8 फीसदी है जबकि अन्य समुदायों में ब्राहण, राजपूत, जैन आदि है। वहीँ 2.3 फीसदी मतदाता अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय से है।  

क्या है सलुंबंर सीट का इतिहास 

सलूंबर विधानसभा सीट पर अब तक 16 चुनाव हुए है जिनमे से 9 बार कांग्रेस, 5 बार बीजेपी, 1 बार जनता पार्टी (जेपी) और 1 बार स्वतंत्र पार्टी का उम्मीदवार विजयी रहे है।

1952, 1957, 1967, 1972, 1980, 1985, 1998, 2008, 2009 (उपचुनाव) में कांग्रेस यहाँ से विजयी रही थी।  वहीँ 1990, 2003, 2013, 2018 और 2023 के चुनावो में बीजेपी यहाँ से विजयी रही थी।  जबकि 1977 में जनता पार्टी (जेपी) और 1962 में स्वतंत्र पार्टी के उम्मीदवार को जीत मिली थी। 

2024 विधानसभा उपचुनाव 

सलूंबर के जिला बनने के बाद 2023 में हुए विधानसभा आम चुनाव में कांग्रेस को इसका फायदा मिला था लेकिन BAP के उम्मीदवार ने मुकाबले को त्रिकोणीय बनाकर कांग्रेस के रघुवीर मीणा को करारा झटका दिया था। दक्षिणी राजस्थान में BAP के बढ़ते कदम इस बार यक़ीनन बीजेपी कांग्रेस की नींदे हराम करने वाली है। वहीँ बीजेपी को दिवंगत अमृत लाल मीणा के निधन के बाद इस विधानसभा सीट पर अमृत लाल मीणा ने कद जैसा नेता तलाशना होगा।,वर्तमान बीजेपी सरकार द्वारा नए ज़िले को समाप्त करने या पुनर्गठन की चर्चाओं के बीच बीजेपी को नुक्सान होता देख उदयपुर लोकसभा सांसद डॉ मन्नालाल रावत ने राज्य के सीएम भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर सलूंबर ज़िले को यथावत रखने की मांग की है।