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माइनिंग इण्डस्ट्रीज में ड्रोन का उपयोग

तेजी से खदान में कम मानवीय हस्तक्षेप और कम लागत पर आसानी से किया जाने वाला ड्रोन सर्वेक्षण

 

उदयपुर 29 मार्च 2022 । माइनिंग इंजीनियर एसोसियेशन ऑफ इण्डिया, राजस्थान चेप्टर उदयपुर एवं राजस्थान राज्य माईन्स एवं मिनरल्स के संयुक्त तत्वाधान में इन्स्टीट्यूट ऑफ इण्डिया, उदयुपर सेन्टर के सभागार मे ‘माइनिंग इण्डस्ट्रीज में ड्रोन का उपयोग‘‘ विषयक तकनीकी वार्ता का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर रजनीश पुरोहित, खान नियंत्रक (कन्ट्रोलर ऑफ माइनिंग) नोर्थ वेस्ट जोन, उदयुपर द्वारा खदानों में ड्रोन के उपयोग एवं इससे संबंधित कानूनों की जानकारी दी गई एवं खदानों में सिस्टमैटिक एवं वैज्ञानिक तरीके से खनन में ड्रोन की उपयोगिता के बारें में बताया। उन्होंने बताया कि खदानों में पहले नक्शा बनाने के कार्य में जो तीन दिन लगते थे उसको ड्रोन द्वारा कुछ ही घंटो में कर लिया जाता है। ड्रोन सर्वेक्षण तेजी से खदान में कम मानवीय हस्तक्षेप और कम लागत पर आसानी से किया जाने वाला सर्वेक्षण है। एमसीडीआर 2021 से हुए संषोधनों से बड़ी खानों में ड्रोन से सर्वे करना अनिवार्य कर दिया गया है।

डीजीसीए, भारत सरकार द्वारा ड्रोन पायलट सर्टिफिकेट प्राप्त करने वाले हितान्शु काशल प्रथम खनि अभियन्ता है। काशल द्वारा खदानों में ड्रोन के विभिन्न उपयोग जैसे कि माइनिंग प्लांनिग, ड्रिलींग एवं ब्लास्टिंग सर्वे, फोरेस्ट सर्वे, प्लान्टेशन, एग्रीकल्चर आदि के बारें में केस स्टडी द्वारा जानकारी देकर अवगत कराया कि पारंपरिक सर्वेक्षण की तुलना में ड्रोन सर्वे से डेटा सटीकता और प्रामाणिकता बेहतर होती है। यह एक डिजिटल डेटा बेस बनाने में मदद करता है जो भविष्य में आसानी से पुनः प्राप्त किया जा सकता है। समय समय पर उत्पन्न डेटा को डिजिटल प्लेटफॉर्म में संग्रहीत किया जा सकता है और समय अनुसार डेटा की तुलना की जा सकती है। डेटा का उपयोग व्यवस्थित और वैज्ञानिक खदान बंद करने की योजना, पुनर्ग्रहण की निगरानी, पट्टा क्षेत्र में पुनर्वास गतिविधियों के लिए किया जा सकता है।

इस वार्ता की अध्यक्षता आर. पी. गुप्ता, भूतपूर्व नेशनल प्रेसीडेन्ट, माइनिंग इंजीनियर एसोसियेशन ऑफ इण्डिया ने की एवं मुख्य अतिथि मुकेश कुमार चतुर्वेदी समूह प्रबंधक राजस्थान राज्य खनिज निगम थे।

इस अवसर पर उदयपुर रीजन की खदाने जिनको 2017-2020 तक ’’राष्ट्रीय सुरक्षा पुरूस्कार’’ केन्द्र सरकार के श्रम मंत्रालय द्वारा प्रदान किये गये को माइनिंग इंजीनियर एसोसियेशन ऑफ इण्डिया, राजस्थान चेप्टर उदयपुर द्वारा भी सम्मानित किया गया। जिसमें प्रमुख हिन्दस्तान जिंक की कायड माइंन्स, राजस्थान राज्य खनिज निगम की सानु माईंस, खेतान बिजनिस कॉरर्पोरेशन एवं आर. के. मार्बल की माइंस को मुमेन्टो व प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गये।

एम. एस. पालीवाल सेकेट्री माइनिंग इंजीनियर एसोसियेशन ऑफ इण्डिया उदयुपर द्वारा सभी अतिथियों का स्वागत किया गया एवं चेपटर की गतिविधयों से अवगत कराया गया तथा तकनीकी वार्ता के संबंध में अवगत कराया कि खनन में ड्रोन सर्वेक्षण बहुत ही कम समय में सटीक और व्यापक डेटा विवरण प्रदान करता है जिससे बड़ी खदान प्रबंधन में दक्षता में सुधार करता है।

कार्यक्रम में आर. पी. गुप्ता, मुकेश कुमार चतुर्वेदी एवं हरलाल का द्वारा भी सम्बोधित किया गया। इस अवसर पर ए. के. कोठारी, डॉ. एस. एस. राठौड़, प्रवीण शर्मा, खान एवं भूविज्ञान के अधिकारी, आर. एस. एम. एम. के अधिकारी एवं खनि अभियन्ता उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन आर. सी. पुरोहित ने किया एवं धन्यवाद मकबूल अहमद द्वारा ज्ञापित किया गया।