गिट्स बना मेधावी विद्यार्थियों की पहली पसंद
बारहवीं कक्षा को उत्तीर्ण करने के पश्चात् विद्यार्थियों के मन में विषय के अनुसार केरियर चुनने का संशय रहता हैं ऐसे में छात्र अपने अपने भविष्य को संवारने हेतु श्रेष्ठ इंस्टिट्यूट का चयन करते हैं ऐसे में विद्यार्थियों के मन में हमेशा ही ऐसे इंस्टिट्यूट का वरण करने की चाह होती हैें जो उनके सपनों को पूरा कर सकें।
गीतांजली इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्निकल स्टडीज डबोक उदयपुर (गिट्स) हमेशा से ही विद्यार्थियों के मापदण्डों पर खरा उतरा हैं। पिछले 19 वर्षों से लगातार बी.टेक, एमबीए, एमसीए एवं अन्य तकनीकी पाठ्यक्रमों के प्रवेश हेतु राजस्थान में पहली पसंद बना हुआ हैं। एक बार फिर इस वर्ष इस गिट्स में काफी बढी संख्या में अत्यन्त मेधावी विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया हैं। यहां का शैक्षणिक एवं रिसर्च का वातावरण, प्लेसमेंट में आने वाली नामचीन कम्पनीज, इन्फ्रास्ट्रक्चर, अनुभवी एवं लगनशील शिक्षकों द्वारा शिक्षण कार्यं शिक्षकों का विद्यार्थियों के लिए सर्वथा सुलभ होना एवं शिक्षकों का सौम्य व्यवहार आने वाले विद्यार्थियों को हमेशा से ही अपनी तरफ आर्कर्षित करता रहा हैं।
संस्थान निदेशक डाॅ. विकास मिश्र ने बताया कि इस बार गिट्स में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों ने अंको के प्रतिशत के सारे रिकार्ड तोड दिये। 99 प्रतिशत के अंको वाले अत्यधिक संख्या में प्रवेश लिया हैं। नवागन्तुक विद्यार्थियों को लगातार प्रशिक्षण कार्य दिया जा रहा हैं। गिट्स हमेशा से ही विद्यार्थियों के सर्वांगिण विकास के लिए प्रतिबद्ध रहा हैं और आगे भी रहेगा।
संस्थान के वित्त नियंत्रक बी.एल. जांगिड़ के अनुसार बारहवीं के सभी मेरोटियस एवं आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को राज्य सरकार, केन्द्र सरकार एवं गितांजली एज्यूकेशन सोसायटी की तरफ से बढी संख्या में छात्रवृति प्रदान की जा रहीं हैं जिससे वे अपने सपनों को साकार करके अपनी मनचाही मंजिल को हासिल कर सके।
पी.आर.ओ. मोहित माथुर के अनुसार नवागन्तुक विद्यार्थियों को प्रथम दिन से ही पी.एस.यू., गेट सहित विभिन्न सरकारी तथा गैर सरकारी संस्थाओं के तैयारी हेतु एप्टीटयूड, रिजनिंग एवं विभिन्न तकनीकी विषयों की क्लास कराई जा रहीं हैं, जो आने वाली समय में उनके भविष्य निर्माण में सहायक होगा।