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हिंदुस्तान जिंक को खान सुरक्षा महानिदेशालय द्वारा पुरस्कारों से सम्मानित किया गया

खान सुरक्षा महानिदेशालय ने हिंदुस्तान जिंक की सुरक्षा उत्कृष्टता के लिए की सराहना

 

उदयपुर 5 अगस्त 2024। भारत की सबसे बड़ी और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जस्ता उत्पादक हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड को अखिल भारतीय खान सुरक्षा पुरस्कारों में सुरक्षित संचालन के लिए अपनी प्रतिबद्धता के लिए खान सुरक्षा महानिदेशालय द्वारा पुरस्कारों से सम्मानित किया गया । 

कोलकाता में डीजीएमएस के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में धातु, कोयला, तेल और गैस क्षेत्रों सहित 45 कंपनियों ने भाग लिया। कंपनी की रामपुरा अगुचा खदान को प्रथम, सिंदेसर खुर्द खदान को द्वितीय एवं जावर ग्रुप ऑफ़ माइंस की बरोई माइन को भूमिगत धातु खदान श्रेणाी में तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

उद्योग 4.0, डिजिटलीकरण, रोबोटिक्स और स्वचालन जैसी तकनीकी प्रगति द्वारा संचालित, हिंदुस्तान जिंक की प्रमुख पहलों में टेली-रिमोट ड्रिलिंग जिसमें ऑपरेटर को ड्रिलिंग उपकरण को सतह से नियंत्रित करने की अनुमति देकर सुरक्षा बढा रहा है। रिमोट ड्रिलिंग और लोडिंग के लिए सिम्युलेटर प्रशिक्षण से यह ऑपरेटरों को रिमोट ड्रिलिंग और लोडिंग में महारत हासिल करने के लिए वास्तविक प्रशिक्षण प्रदान करता है, जिससे अंततः बेहतर कौशल और सुरक्षा प्राप्त होती है। 

भूमिगत खदानों में आवाजाही को ट्रैक करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं इंटरनेट ऑफ थिंग्स का उपयोग कर खदान संचालन में वाहनों और कर्मचारियों की वास्तविक समय की निगरानी में मदद करता है, जिससे सुचारू संचालन के लिए मानव-मशीन संपर्क कम होता है। रोबोटिक आर्म्स के संचालन  से मानव जोखिम काफी कम हो जाता है और परिचालन दक्षता बढ़ जाती है। इगोंट हैंडलिंग में स्वचालित इंगोट हैंडलिंग कार्यस्थल की सुरक्षा बढ़ती है और मैनुअल हस्तक्षेप कम होता है। हिंदुस्तान जिंक के मजबूत सुरक्षा प्रोटोकॉल, वास्तविक समय की निगरानी प्रणाली, स्वचालित सुरक्षा प्रक्रियाएँ और व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम कंपनी की सुरक्षा-प्रथम संस्कृति के प्रमाण हैं।

हिंदुस्तान जिंक के मुख्यकार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा ने डीजीएमएस महानिदेशक प्रभात कुमार के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम की प्रशंसा की। कार्यक्रम में उल्लेखनीय आकर्षण हिंदुस्तान जिंक की पहली ऑल-वुमन अंडरग्राउंड माइन रेस्क्यू टीम को सम्मानित करना था। हिंदुस्तान जिंक ने रामपुरा आगुचा क्लस्टर के आईबीयू-सीईओ किशोर कुमार के मार्गदर्शन में सेफ्टी स्टॉल पर अपने सुरक्षा प्रोटोकॉल का भी प्रदर्शन किया, जिससे सेफ्टी स्टॉल प्रदर्शन श्रेणी में शीर्ष स्थान प्राप्त हुआ। 

हिंदुस्तान जिंक को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ब्रिटिश सेफ्टी काउंसिल की स्वॉर्ड ऑफ ऑनर, और आरओएसपीए सिल्वर अवार्ड से सम्मानित किया गया है। हाल ही में, हिंदुस्तान जिंक को धातु और खनन क्षेत्र में एपेक्स इंडिया ऑक्यूपेशनल हेल्थ एंड सेफ्टी अवार्ड 2023 के तहत प्लेटिनम अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है।

कंपनी 40 से अधिक देशों को आपूर्ति करती है और भारत में प्राथमिक जस्ता बाजार का लगभग 75 प्रतिशत हिस्सा रखती है। हिंदुस्तान जिंक एक प्रमाणित 2.41 गुना वाटर-पॉजिटिव कंपनी भी है और 2050 तक या उससे पहले नेट जीरो उत्सर्जन हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है। धातु और खनन उद्योग में एक विश्व नेता के रूप में, हिंदुस्तान जिंक एक सस्टेनेबल भविष्य के लिए वैश्विक ऊर्जा संक्रमण के लिए आवश्यक महत्वपूर्ण धातुएं प्रदान करने में महत्वपूर्ण है।