खादी मेले में खरीदारी के लिये उमड़़ रहे ग्रामीण महिला-पुरूष
राज्य स्तरीय खादी एवं ग्रामोद्याोग मेला
उदयपुर, 20 दिसंबर 2021। नगर निगम के टाऊनहॉल प्रांगण में चल रहे सत्रह दिवसीय राज्य स्तरीय खादी एवं ग्रामोद्याोग मेले में लगातार मेलार्थियों का आना- जाना जारी है।
मेला संयोजक गुलाबसिंह गरासिया ने बताया कि इस बार की सबसे खास बात यह है कि शहरवासियों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों से काफी संख्या में महिला- पुरूष एवं युवा पहुंच रहे हैं। वह केवल खादी मेला देखने ही नहीं बल्कि कुछ न कुछ घरेलु सामान जिसमें खाने- पीने के या ऊनी वस्त्रों की खरीदी जरूर कर रहे हैं। खादी एवं ग्रामोद्योग के उत्पादों पर सरकार की और पचास प्रतिशत की छूट का लाभ भी उन्हें मिल रहा है।
खादी ग्रामोद्योग विकास समिति श्रीडूंगरगढ़ (बीकानेर) से मेले में अपने उत्पाद बेचने आये भागीरथसिंह राठौड़ एवं अमरसिंह राठौड़ ने बताया कि वह पिछले 25 सालों से उदयपुर के इस मेले में आ रहे हैं। हर बार हमें एक नया अनुभव मिलता है। और पिछले साल के मुकाबले बिक्री भी ज्यादा ही होती है। उनके ग्राहक उनके ही हैं वो कहीं नहीं जाते हैं। एक बार जिसने उनके यहां से खरीददारी कर ली फिर वो दुबारा भी वहीं आएंगे। कारण साफ है कि उनके उत्पादों में क्वालिटी, शुद्धता और विश्वास का मिश्रण होता है।
उन्होंने बताया कि उनके पास आस्ट्रेलिया की मेरीबो ऊन के वस्त्र जिनमें महिला- पुरूषों के लिए शॉले, कशीदा एवं एम्ब्रोयडरी वाली शॉलें और स्टॉल्स वो भी विभिन्न रंगों में उपलब्ध रहती है। उन्होंने कहा कि उदयपुर में उनके पास जितने भी खादी एवं ग्रामोद्योग के उत्पाद हैं सभी को यहां पर पसन्छ किया जाता है।
मेरीबो आस्ट्रेलियन ऊन के वस्त्रों की खासियत यह है कि वह चुभते नहीं है, इस ऊन के उत्पाद मुलायम रहते हैं और आम तौर पर इसकी शॉलें, कम्बलें या स्टॉल्स हल्की होती हैं। मेरीबो आस्ट्रेलियन ऊन के उत्पाद हालांकि और भी जगह मिलते हैं लेकिन गिने-चुने लोगों के पास। यह इतनी आसानी सें हर- जगह उपलब्ध नहीं होते हैं। इसलिए साल भर से उदयपुरवासी मेरीबो आस्ट्रेलियन ऊनी वस्त्रों का इन्तजार करते हैं।