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हिन्दुस्तान जिंक की जावर माइंस को एपेक्स इंडिया ग्रीन लीफ फाउंडेशन फॉर एनर्जी एफिशिएंसी प्लेटिनम अवार्ड

यह पुरस्कार ऊर्जा की रक्षा और संरक्षण के लिए संगठन द्वारा किए गए निरंतर प्रयासों के लिए प्रदान किया गया। 
 

हिंदुस्तान जिंक के जावर ग्रुप ऑफ माइन्स को एपेक्स इंडिया ग्रीन लीफ फाउंडेशन 2022 में एनर्जी एफिशिएंसी कैटेगरी में प्लेटिनम अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार ऊर्जा की रक्षा और संरक्षण के लिए संगठन द्वारा किए गए निरंतर प्रयासों के लिए प्रदान किया गया। 

हिन्दुस्तान जिंक द्वारा जावर समूह की खदानों द्वारा स्वचालन के माध्यम से कंप्रेसर संचालन का अनुकूलन और मांग-आधारित शेड्यूलिंग, प्राथमिक वेंटिलेशन सिस्टम के उपयोग में वृद्धि करके खदान वेंटिलेशन सिस्टम में बिजली की खपत में कमी, और रेटिक्यूलेशन लाइन लॉस को कम करने के लिए बोर होल के माध्यम से विद्युत शक्ति का खनन में उपयोग जैसे कई नवाचार किये गये है।

यह पुरस्कार गोवा में आयोजित समारोह में महानिदेशक सेवानिवृत्त, डीजीएफएएसएलआई, श्रम और रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार डॉ. अवनीश सिंह, अध्यक्ष, एपेक्स इंडिया फाउंडेशन कुलदीप सिंह, सेवानिवृत मेजर जनरल पीके सहगल, पूर्व महाप्रबंधक स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया एस.सी. भसीन एवं अभिनेत्री पूनम ढिल्लों द्वारा प्रदान किया।

पुरस्कार प्राप्त करने पर, हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा, ने कहा कि, “ऊर्जा की खपत की निगरानी, ऊर्जा संरक्षण प्रथाओं को लागू करने और कार्बन फुटप्रिंट को कम करने की हमारी प्रतिबद्धता के लिए हमारे निरंतर प्रयासों के लिए हमें प्लैटिनम पुरस्कार प्राप्त करने पर हम प्रसन्न है। हमने प्रौद्योगिकी में लगातार निवेश किया है और अपने परिचालनों को अधिक हरित, विश्वसनीय, कुशल और सस्टेनेबल बनाने के लिए वर्षों से अपने नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो का विस्तार किया है।

वेदांता समूह की सहायक कंपनी हिंदुस्तान जिंक 2050 तक शुद्ध-शून्य मूल्य-श्रृंखला उत्सर्जन प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। अपने कार्बन पदचिह्न को 40 प्रतिशत तक कम करने और 2050 तक कार्बन तटस्थता तक पहुंचने के लक्ष्य के साथ, संपूर्ण संचालन और ग्रीन लेड और जिंक उत्पाद के लिये कंपनी अपने लिए नवीकरणीय ऊर्जा की ओर अग्रसर है।