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वेदांता ने हिन्दुस्तान जिंक के कर्मचारी और व्यापारिक भागीदार कोविड योद्धा को किया सम्मानित

हमारे कर्मचारी और साझेदार ‘गिविंग बैक टू सोसायटी‘ की प्रतिबद्धता को दर्शाते है- अनिल अग्रवाल

 
विगत एक वर्ष के चुनौतीपूर्ण समय के दौरान, कंपनी ने अपने कर्मचारियों और व्यावसायिक भागीदारों के माध्यम से अपने प्रयासों को जारी रखा है और उद्योग संचालन के साथ-साथ राष्ट्र सेवा का भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।

उदयपुर, 26 जून 2021। वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल की गिविंग बैक टू सोसायटी की भावना के अनुरूप हिन्दुस्तान जिंक एवं सभी इकाइयों के संचालन का सिद्धांत इसे अन्य उद्योगों से अग्रणी बनाता है। विगत एक वर्ष के चुनौतीपूर्ण समय के दौरान, कंपनी ने अपने कर्मचारियों और व्यावसायिक भागीदारों के माध्यम से अपने प्रयासों को जारी रखा है और उद्योग संचालन के साथ-साथ राष्ट्र सेवा का भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।

हिंदुस्तान जिंक को गर्व है कि कंपनी के कई कर्मचारियों को वेदांता ने कोविड योद्धाओं के रूप में उत्कृष्ट कार्य के लिए, वेदांत केयर्स फील्ड अस्पताल परियोजना की स्थापना और ऑक्सीजन सहायता प्रदान करने के लिए किये गये सामुदायिक सेवाओं के प्रति उनके प्रयासों को मान्यता देते हुए, चेयरमैन पुरस्कार से सम्मानित किया। व्यावसायिक इकाइयों से उत्कृष्ट उपलब्धि हासिल करने वालों को भी सम्मानित किया गया है। वेदांता द्वारा यह लगातार दूसरे वर्ष किया गया प्रोत्साहन है जिसमें उन कोविड योद्धाओं को सम्मानित किया है, जिन्होंने सामुदायिक पहल के माध्यम से कोविड 19 का मुकाबला करने में कंपनी के साथ सहयोग किया। 

पुरस्कार प्रदान करते हुए, वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा, कि ‘मैं इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान वेदांता टीम और उसके सहयोगियों द्वारा दिखाई गई प्रतिबद्धता और सहयोग के लिए आभारी हूं। हम गिविंग बैक टू सोसायटी के सिद्धांत में विश्वास करते हैं और हमारे प्रयास हमारे समुदाय और सरकार के सहयोग की इसी दिशा में किये गये हैं। 

वेदांता समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील दुग्गल ने कहा कि चेयरमैन पुरस्कार हमारा सबसे प्रतिष्ठित आंतरिक पुरस्कार है और यह उन सभी के संयुक्त प्रयासों का प्रोत्साहन है, जिन्होंने वेदांता के सुचारू संचालन में उद्योग के संचालन के साथ ही समुदाय को इस चुनौतीपूर्ण समय में सहयोग एवं योगदान दिया है।”

हिंदुस्तान जिंक के लिए यह गर्व की बात है कि जी गोपी, हितेश गुप्ता, रेड्डीकृष्ण रेड्डी, अब्दुल गफ्फूर अंसारी को आवश्कताअनुरूप विभिन्न स्थानों पर अपने संयंत्रों से ऑक्सीजन के उत्पादन और आपूर्ति में उनके अथक प्रयासों के लिए सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर पुरस्कृत जी. गोपी ने कहा, “टीम और मेरे लिये सबसे प्रतिष्ठित चयरमैन पुरस्कार प्राप्त करना बहुत गर्व का क्षण है। हमारे प्रबंधन और स्थानिय प्रशासन के मार्गदर्शन से इस विकट परिस्थिति में ऑक्सीजन गैस प्रदान कर आसपास के क्षेत्र में मानव जीवन की सुरक्षा के इस नेक कार्य ने हमें गहरा संतोष दिया है। यह एक कॉर्पोरेट द्वारा किये गये अच्छे कार्य के लिए जीवन भर में अकल्पनीय योगदान है।

कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान, कंपनी ने अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए ऑक्सीजन के विकल्प के रूप में औद्योगिक ऑक्सीजन आपूर्ति प्रदान करने की पहल की। जी. गोपी के नेतृत्व में टीम ने प्लांट सर्किट में संशोधन किया और कोविड 19 महामारी में आवश्यकता के दौरान आवश्यक सहयोग देने के लिए रिकॉर्ड समय में ऑक्सीजन गैस बॉटलिंग प्लांट स्थापित किया। हिंदुस्तान जिंक ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में समुदाय और सरकार का सहयोग करने के लिए अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों को लगभग 223 मीट्रिक टन लिक्विड ऑक्सीजन उपलब्ध की है और लगभग 13900 ऑक्सीजन सिलेंडरों की आपूर्ति की है।

जावर माइंस, हिंदुस्तान जिंक की टीम को आरक्षित और संसाधन बढ़ाने के लिए सम्मानित चेयरमैन पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जिससे जावर को विस्तार परियोजनाएं शुरू करने और अगले 5 वर्षों के लिए माइन की आगामी योजना को तैयार करने की अनुमति मिली। यह सम्मान शशि भूषण शुक्ला, विवेक त्यागी, सोमदेब दत्ता मल, के साईराज एवं पहल के सफल निष्पादन के लिए न्याशा ग्वाटिम्बा- लॉन्ग-टर्म प्लानर द्वारा की गयी कड़ी मेहनत का परिणाम है। 

सम्मान हेतु आभार व्यक्त करते हुए शशि भूषण शुक्ला ने कहा, “इस प्रतिष्ठित चेयरमैन पुरस्कार को प्राप्त करना पूरी हिन्दुस्तान ज़िंक की अन्वेषण टीम के लिए बहुत गर्व का क्षण है। चेयरमैन द्वारा स्वयं कर्मचारियों को व्यक्तिगत रूप सम्मान देना अद्वितीय है। हमें सभी चुनौतियों से उबरने और उन्हें अवसरों में बदलने के लिए प्रोत्साहित करता है। इस प्रशंसा ने पूरी जावर टीम का मनोबल बढ़ाया है, और हम अधिक डिजिटल और तकनीकी दृष्टिकोण को अपनाकर कंपनी के विकास में योगदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

हिंदुस्तान जिंक में जावर जियोलॉजी और माइन प्लानिंग की टीम ने उच्च धातु संभावित अयस्क आरक्षित क्षेत्रों की पहचान करने और उन लोगों की लागत प्रभावी खान योजना डिजाइनिंग के बाद, एमएलडीटी  को अपनाने के लिये प्रकोप के बावजूद पिछले वित्त वर्ष 2020-21 में रिजर्व को 14 मिट्रिक टन से 32 मिट्रिक टन तक बढ़ाने का कार्य किया है। वेदांता चेयरमैन पुरस्कार उत्कृष्ट व्यावसायिक प्रदर्शन, व्यावसायिक इकाइयों के स्थिरता प्रदर्शन को प्रोत्साहित और पुरस्कृत करते है।