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बोहरा समुदाय ने घरो में ही अदा की ईद उल फ़ित्र की नमाज़

जिस दिन गुनाहो से दूर रहो वहीँ दिन ईद का है - मौलाना मुदस्सर जरी वाला 
 
इस बार नदारद रहा ईद का उत्सवी माहौल

उदयपुर 12 मई 2021। रमज़ान माह के तीस रोज़े पूरे करने के बाद बोहरा समुदाय ने आज वैश्विक महामारी कोरोना के कारण शहर के विभिन्न हिस्सों में लगे कर्फ्यू और लॉकडाउन में बीच ईद उल फ़ित्र का त्यौहार मनाया। ईद के मौके पर पड़ी जाने वाली विशेष नमाज़ घर पर ही रह कर अदा की गई। समुदाय के लोगो ने घर पर रहकर ही ईद की खुशियाँ मनाई।  

सुधारवादी बोहरा समुदाय से संबद्ध दाऊदी बोहरा जमात के प्रवक्ता मंसूर अली ओड़ावाला ने बताया की आज बुधवार को रमज़ान के तीस रोज़े पूरे होने पर ईद उल फ़ित्र की विशेष नमाज़ (जो की आमतौर पर मस्जिदों में अदा की जाती है) , इस वर्ष लॉकडाउन और कर्फ्यू के चलते घरो में ही अदा की गई।  

दाऊदी बोहरा जमात के सचिव ज़ाकिर पंसारी और अध्यक्ष फ़ैयाज़ हुसैन इटारसी ने बताया की ईद की विशेष नमाज़ घरो में ही पढ़ी गई। लॉकडाउन और कर्फ्यू के मद्देनज़र एवं समाज की महामारी से सुरक्षित रखने को लेकर समुदाय ने ईद की नमाज़ घरो में ही अदा करने का फैसला किया। जिसके चलते मस्जिदों में मौलाना समेत सिर्फ अनुमति प्राप्त पांच व्यक्तियों ने नमाज़ अदा कर समाज और देशहित में दुआ की गई। 

जिस दिन गुनाहो से दूर रहो वहीँ दिन ईद का है - मौलाना मुदस्सर जरी वाला 

ईद उल फ़ित्र के अवसर पर ऑनलाइन यू ट्यूब पर प्रसारित ईद उल फ़ित्र की नमाज़ के दौरान रसूलपुरा मस्जिद के इमाम मौलाना मुदस्सर जरी वाला ने ईद का मतलब समझाते हुए कहा की जिस दिन गुनाहो से दूर रहा जाये वहीँ दिन ईद का दिन होता है।  नमाज़ के बाद दुआओ में मुल्क में फैली महामारी महामारी से बचने के लिए दुआ की गई और समाजजनो को कर्फ्यू की पालना और सोशल डिस्टैन्सिंग की सख्त हिदायत दी गई।

इस बार नदारद रहा ईद का उत्सवी माहौल 
    
समाज जनो ने इस अवसर पर घर पर सेवईंया और मिठाइयां बनाई और सभी खुशियाँ घर पर ही मनाई। वहीँ दूसरी ओर ईद उल फ़ित्र के अवसर पर जहाँ बोहरवाड़ी में आमतौर पर चहल पहल, रेलमपेल और उत्सव सा माहौल रहता है। वह इस बार नदारद रहा। सूनी सूनी गालियां कहीं से भी ईद का अहसास नहीं होने दे रही है।