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धूमधाम से हुआ तीन दिवसीय मेवाड़ महोत्सव का आगाज

पिछोला झील किनारे लोक संस्कृति और परम्पराओं के अनूठे संगम ने बांधा समां

 

उदयपुर 12 अप्रेल 2024। विश्वविख्यात झीलों की नगरी उदयपुर में जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग के साझे में तीन दिवसीय मेवाड़ महोत्सव का आगाज गुरुवार को धूमधाम से हुआ। इस अवसर पर हुए विविध पारंपरिक आयोजनों के दौरान झीलों के सौंदर्य के साथ ही मेवाड़ की संस्कृति की अनूठी झलक देखने को मिली। पुराने शहर में घंटाघर से गणगौर घाट तक विभिन्न समाज की ओर से गणगौर सवारी निकाली गई। विभिन्न समाज की महिलाओं एवं पुरूषों ने पारंपरिक वेशभूषा धारण कर गणगौर की सवारी निकाली। लोकगीतों एवं लोकनृत्यों के साथ लोक संस्कृति की अनुपम छटा के बीच निकली गणगौर की सवारी से वातावरण सुरम्य और आकर्षक बन गया।

शाही गणगौर ने किया मंत्रमुग्ध

बंशी घाट से गणगौर घाट तक शाही ठाठ-बाट के साथ निकली गणगौर की शाही सवारी विशेष आकर्षण का केन्द्र रही। राजसी ठाट-बाट के साथ पिछोला झील की लहरों के संग मधुर स्वर लहरियों के बीच निकली गणगौर की सवारी ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस सुंदर दृश्य को अपने कैमरे में कैद करने हेतु हर कोई उत्साहित एवं आतुर नजर आया।

शहर में उत्सव सा माहौल

गुरुवार की शाम उदयपुर शहर के लिए किसी उत्सव से कम नहीं थी। शहर की विभिन्न गलियों से निकली गणगौर की सवारी जब एक साथ गणगौर घाट पहुंची तो वहां का मनमोहक दृश्य प्रत्येक व्यक्ति को आकर्षित कर रहा था। पारंपरिक वाद्य यंत्र, बैंड-बाजे, ढोल आदि का संगम माहौल को खुशनुमा बना रहा था।

सजी-धजी गणगौर व ईशर जी ने सभी को किया आकर्षित

गणगौर के पर्व पर शिव-पार्वती के रूप में पूजनीय गणगौर व ईशर जी की अनूठी छवि विशेष आकर्षक का केन्द्र रही। महिलाओं के सिर पर आकर्षक वेशभूषा एवं श्रृंगार से सुसज्जित गणगौर व ईशर जी की प्रतिमा ने सभी को आकर्षित किया।

रील्स बनाने की होड
 

मेवाड़ महोत्सव के पहले दिन ही शहरवासियों में अपूर्व उत्साह व उमंग के साथ रील्स एवं वीडियो बनाने की विशेष होड़ देखी गई। उत्साह और उमंग के इस खुबसूरत माहौल के बीच हर कोई अपने  कैमरा-मोबाइल में व्यस्त दिखा।

बरसात के बावजूद पर्यटकों ने दिखाया उत्साह

प्रति वर्ष आयोजित होने वाले देश - दुनियां में ख्याति प्राप्त मेवाड़ महोत्सव के दौरान विदेशी पर्यटकों में भी विशेष उत्साह देखा जाता है जो इस वर्ष भी नजर आया। शहर में शाम को कुछ देर बारिश भी हुई बावजूद इसके आयोजन को लेकर लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था। खास बात रही कि कुछ देशी-विदेशी पर्यटकों ने भी राजस्थानी परिधान पहनकर इस आयोजन बड़े उत्साह के साथ में भाग लिया।

निखरा-निखरा सा दिखा स्मार्ट सिटी का हैरिटेज लुक

मेवाड़ महोत्सव के इस आयोजन ने स्मार्ट सिटी के हैरिटेज लुक और भी खुबसूरत दिया। विशेष रूप से मेवाड़ महोत्सव के दौरान की गई रोशनी एवं आकर्षक सजावट के बीच स्मार्ट सिटी का हैरिटेज लुक निखरा-निखरा सा दिखा।

सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मन मोहा

गुरुवार शाम गणगौर घाट पर लोक संस्कृति का अनूठा संगम दिखा। संस्कृति का प्रदर्शन करते लोक कलाकारों की प्रस्तुतियों ने सभी का मन मोहा। पिछोला झील के किनारे इस आयोजन के अनूठे संगम ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर आतिशबाजी भी की गई। कार्यक्रम का संचालन सवी मालू व ऋचा पानेरी ने किया।

आज होंगे ये आयोजन

मेवाड़ महोत्सव के दूसरे दिन 12 अप्रेल को गणगौर घाट पर शाम 7 बजे से सांस्कृतिक संध्या व विदेशी युगल की राजस्थानी वेशभूषा प्रतियोगिता का आयोजन होगा।