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राजस्थान की संस्कृति और परिधान पहुंची फ्रांस तक

फ़्रांस के ल्योन शहर में रहने वाले भारतीय प्रवासियों के द्वारा आयोजित Biennale des associations festival

 
राजस्थान प्रान्त की छवि को फ्रांस में उजागार करने वाली राजस्थान के जोधपुर निवासी मणि सिंह राजपुरोहित ने राजस्थानी पोशाक और नृत्य को फ्रांस में प्रस्तुत किया गया

राजस्थानी परिधान विश्व भर में अपना अलग ही महत्व और पहचान रखता है।  इसी पहचान को बरक़रार रखने के लिए और भारतीय संस्कृति से सबको रूबरू करवाने के लिए फ़्रांस के ल्योन शहर में रहने वाले भारतीय प्रवासियों के द्वारा आयोजित Biennale des associations festival में भारतीय महिलाओं ने साड़ियों में रैंप वाक और डांस परफॉर्मेंस भी किया। यह आयोजन एसोसिएशनों का द्विवार्षिक आयोजन Villeurbanne city के मेयर के परिसर के अंदर सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे के बीच किया गया था।  

एसोसिएशन के महासचिव हारु मेहरा ने बताया की इस साल भारतीय प्रवासियों द्वारा गठित संघ इस फेस्टिवल में भाग लेने वाले 295 संघो में से एक था। इस का उद्देश्य न सिर्फ फेस्टिवल में हिस्सा लेना बल्कि भारतीय परिधान और संस्कृति को प्रस्तुत करता था। इस फेस्टिवल में न सिर्फ भारत को प्रस्तुत किया गया बल्कि साथ ही भारत के अलग अलग प्रांतो राज्यों  की संस्कृति को भी पेश किया गया।  

भारत के राजस्थान प्रान्त की छवि को फ्रांस में उजागार करने वाली राजस्थान के जोधपुर निवासी मणि सिंह राजपुरोहित ने राजस्थानी पोशाक और नृत्य को फ्रांस में प्रस्तुत किया गया। मणि सिंह राजपुरोहित की इस प्रस्तुति को फ्रांस में काफी सराहा और पसंद किया गया।

इस अवसर पर मणि सिंह राजपुरोहित ने कहा की यह पहली बार है की जब हमने भारत की तरफ से विशेषकर राजस्थानी पोशाक एवं नृत्य को फ़्रांस में लोकप्रिय करने का प्रयास किया है। और इसे यहाँ काफी पसंद किया गया।