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सात बंदरों के बेरहमी से शिकार व हत्या मामले में 12 गिरफ्तार 

वन विभाग की बड़ी कार्रवाई  

 

उदयपुर 18 अप्रैल 2025। ज़िले के सायरा थाना क्षेत्र में सात बंदरों का क्रूरतापूर्वक शिकार कर उनके शवों के टुकड़े-टुकड़े करने वाले आदिवासी कथोड़ी समाज के 12 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई कुंभलगढ़ अभ्यारण्य क्षेत्र के कड़ेच ग्राम पंचायत अंतर्गत रीछवाड़ा गांव में की गई।  

जानकारी के अनुसार आरोपियों ने बंदरों को लोहे के तारों में फंसा कर शिकार किया और फिर धारदार हथियारों से उनके शवों के टुकड़े कर मांस पोटलियों में भर लिया। पुलिस और वन विभाग की संयुक्त कार्रवाई में आरोपियों के कब्जे से बंदरों का मांस, शिकार में उपयोग हुए हथियार और चार बाइक भी बरामद की गईं हैं।  

सूचना पर हायला रेंज के फॉरेस्टर तुलसीराम मेघवाल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे, जहां आरोपियों ने वन अधिकारियों पर हमला करने की भी कोशिश की। बाद में बोखाड़ा रेंज के क्षेत्रीय वन अधिकारी जयंतीलाल गरासिया व अन्य अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया।  

आरोपियों से पूछताछ में उन्होंने बंदरों का शिकार करना स्वीकार किया है। सभी आरोपी ओगणा थाना क्षेत्र के समीजा गांव के निवासी बताए जा रहे हैं। उनके खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की जांच जारी है। वन विभाग ने पूरे क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी है और वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है।  

गौरतलब है कि आदिवासी कथोड़ी समाज पारंपरिक रूप से जंगलों में रहकर वन्यजीवों के शिकार से जीवन यापन करता रहा है, लेकिन अब उन्हें सरकार की विभिन्न योजनाओं से जोड़ा गया है। इसके बावजूद इस तरह की घटनाएं न केवल कानून का उल्लंघन हैं, बल्कि जैव विविधता के लिए भी गंभीर खतरा साबित हो रही हैं।