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एसबीआई बैंक डकैती मामले में अन्य 2 अभियुक्त गिरफ्तार 

पलाना बैंक डकैती मामले में पूर्व में 4 आरोपी को पुलिस कर चुकी गिरफ्तार अब अन्य 2 भी पुलिस की गिरफ्त में

 

उदयपुर -  मध्य रात्रि में डकैती की योजना को अंजाम देने पहुंचे आरोपी पुलिस के डर से मौके पर हथियार छोड़ कर फरार हो गए थे। 17 अक्टूबर को एसबीआई बैंक डकैती की योजना बना कर डकैती करने निकलने गिरोह को जब रात्रि गश्त पर आने वाली पुलिस गाड़ी का सायरन सुन कर मौके से फरार आरोपियों को के गरोह में से 4 को पूर्व में गिरफ्तार कर लिया गया था।  

बैंक लूटने के इरादे से निकले युवक में पूर्व में 4 आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद अब पुलिस ने 2 अन्य युवको को भी गिरतार कर लिया है।  पूर्व  किये युवको से पूछताछ के बाद धीरे धीरे इस डकैती योजना के अन्य पन्ने खुलते गए जिसमे राजसमंद जिले के खमनोर थान क्षेत्र के निवासी विरेन्द्र सिंह उर्फ़ शूटर और डांगी खेड़ा निवासी हेमराज डांगी को प्रोडक्शन वारंट के जरिये मावली जेल से गिरफ्तार किया गया।

आइये जानते है मामले की संक्षिप्त जानकारी  -

दरअसल मामले है एक बैंक लूटने की योजना के तहत जो एक दोस्त दूसरे दोस्त को अपनी परेशानिया बता कर बैंक लूट कर परेशानियों को ख़तम करने की बात कह कर योजना बनता है। जी हाँ ये मामला है मुख्य आरोपी पुष्कर डांगी ने स्वयं की बोलेरो बैंक में नकदी लाने- जाने के लिए लगा रखी थी। लंबे समय से उसे जुआ खेलने की लत थी और पिछले 5 सालों में गेट पर सट्टे में व करीब 50 लाख रुपए हार गया ऐसे में पैसे की तंगी और कर्जदार इसे परेशान पुष्कर ने अपने मित्र यह बात पलाना के रहने वाले हेमराज को बताई। उसने पलाना गांव के एसबीआई शाखा में तिजोरी में काफी मात्रा में नकदी और जेवरात होने की बात कहकर पीछे से जर्जर हो चुकी दीवार को तोड़कर तिजोरी लूटने की प्लानिंग बनाई। इसके बाद हेमराज ने एक और दोस्त पुष्कर को इस वारदात में शामिल होने के लिए राजी किया और गंगाराम सुथार सहित दो बाल अपचारी को भी शामिल करते हुए तिजोरी और लॉकर काटने के लिए उन्हें शामिल किया।

गंगाराम ने अपने बड़े भाई हीरालाल से नवानिया जाकर ऑक्सीजन का एक बड़ा सिलेंडर, रसोई गैस का एक छोटा सिलेंडर और लोहा काटने के अन्य उपकरण लाया। इसके बाद हेमराज ने रात में करीब 10 बजे अपने साथियों के साथ बैंक के सीसीटीवी के वायर काटकर पीछे की दीवार को तोड़ना शुरू किया। इसी दौरान पुलिस वाहन का सायरन सुनकर सभी उपकरण छोड़कर आरोपी मौके से फरार हो गए और अपने अपने घर चले गए। 

हेमराज द्वारा बैंककर्मियों से बैंक के बारें में जुटाना और चाय के थड़ी से पुलिस रात्रि गश्त के बारे पूछना भी सामने आया। इसी आधार पर पुलिस को हेमराज पर शक हुआ और हिरासत में लिया। इसके बाद कड़ी पूछताछ में हेमराज ने सारा राज उगल दिया।