2019 के दोहरे हत्याकांड के मामले में तीन को आजीवन कारावास
कुंजरवाड़ी क्षेत्र में आपसी विवाद के चलते हुई मारपीट और चाकू बाजी में गंभीर घायल होने के बाद दो लोगों की हुई थी मौत
उदयपुर के धानमंडी थानाक्षेत्र में 30 अप्रैल 2019 को हुए दोहरे हत्याकांड के मां बेटी और भाई सहित तीन आरोपियों को उदयपुर न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई और जुर्माना भी लगाया।
उदयपुर जिला एवं सेशन न्यायालय के अपर एवं सेशन न्यायाधीश क्रमांक 3 प्रवीण कुमार ने 2019 में शहर के कुंजरवाड़ी क्षेत्र में आपसी विवाद के चलते हुई मारपीट और चाकू बाजी में गंभीर घायल होने के बाद हुई दो लोगों की मौत के आरोप में आरोपी वसीम अकरम उसकी मां, शमीम और बहन सुहाना को शनिवार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
अपर लोक अभियोजक संदीप दहिया ने बताया की अपर सेशन न्यायधीश क्र. न.3 प्रवीण कुमार (ज़िला न्यायधीश) द्वारा 20 से अधिक गवाहों और 55 से अधिक दस्तावेजों को मद्देनज़र रखते हुए आरोपियों को मामले के तहत गिल्टी मानते हुए शनिवार 3 फरवरी 2024 को अपना निर्णय सुनाया ।
यह था मामला
गौरतलब है कि 30 अप्रैल 2019 रात करीब 10:15 मिनिट पर मृतक लाल मोहम्मद और अशफाक और अली असगर के घर में किराए से रहने वाले वसीम अकरम, उसकी मां और बहन ने लाल मोहम्मद अशफाक और अली असगर के साथ मारपीट की, कुछ मिनट में मुख्य आरोपी वसीम अकरम चाकू लेकर आया और उसने अशफाक के पेट पर चाकू से दो वार करने के बाद उसने अली असगर के सीने पर और लाल मोहम्मद के पेट पर भी चाकू से गंभीर वार किया जिसमें उसे तीनों को गंभीर चोटे आई और उन्हें इलाज के लिए एमबी अस्पताल ले जाया गया जहां पर लाल मोहम्मद और अशफाक की दौराने इलाज मृत्यु हो गई।
धानमंडी थाना पुलिस को सूचना मिलने पर पुलिस अस्पताल पहुंची और पीड़ित परिवार की रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू की और पुलिस ने इसके चलते वसीम अकरम उसकी मां शमीम और बहन सुहाना को गिरफ्तार कर लिया इसके बाद से तीनों आरोपी न्यायिक अभिरक्षा में ही थे।
इस प्रकरण की ट्रायल शुरू होने के पश्चात आरोपी के अधिवक्ता ने उसके पक्ष में कई तथ्य कोर्ट के समक्ष रखें तो वही अपर लोग अभियोजक संदीप सिंह दहिया ने उन सभी तर्कों और प्रार्थनाओं का विरोध करते हुए आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा देने की बात कही।
दरअसल प्रार्थी मोहम्मद सिद्दीक ने पुलिस को दी गई रिपोर्ट में बताया था कि चाकू से हमला करने के पीछे का कारण दोनों पक्षों के बीच में मकान खाली करने की बात पर हुआ झगड़ा था। मकान मालिक लाल मोहम्मद घर खाली करना चाहते थे और आरोपी वसीम अकरम और उसकी मां घर खाली नहीं करना चाहते थे। इसी बात को लेकर उनके बीच में झगड़ा हुआ और झगड़ा इतना बढ़ गया कि वसीम ने मृतक लाल मोहम्मद अशरफ और अली असगर पर चाकू से हमला कर दिया जिसमें गंभीर चोट आने से लाल मोहम्मद और अशरफ की मृत्यु हो गई तो अली असगर गंभीर रूप से घायल हो गया।