Executive Engineer PHED Kota पर जानलेवा Attack करने के 4 आरोपी उदयपुर में गिरफ्तार
History Sheeter नरेश वाल्मीकि व Contractor मनोज बागडी षडयंत्र के मुख्य सुत्रधार
उदयपुर - Executive Engineer PHED KOTA पर जानलेवा हमला कर Accident का रुप देने वाले 4 आरोपियों को पुलिस ने बुधवार को Arrest किया साथ ही पुलिस ने हमले में प्रयुक्त पिकअप वाहन जप्त किया। प्राधमिक पूछताछ में सामने आया की इस हमले Sukher Police Station का History Sheeter नरेश वाल्मीकि व Contractor मनोज बागडी षडयंत्र के मुख्य सुत्रधार हैं।
पुलिस पूछताछ में ये बात भी सामने आई की वारदात का Motive Executive Engineer PHED बने सिंह मीणा मार्च 2024 से पहले उदयपुर में Executive Engineer के पद पदस्थापित पर रहे थे, उस दौरान ठेकेदार मनोज वागडी से जल जीवन मिशन योजना के तहत किये गये कार्य के बिलो के भुगतान पर हस्ताक्षर करने की बात को लेकर विवाद हुआ था।
ठेकेदार मनोज वागडी डरा धमका कर फर्जी बिलो पर अधिशाषी अभियंता से हस्ताक्षर कराकर भुगतान उठाना चाहता था लेकिन Executive Engineer बने सिंह द्वारा हस्ताक्षर करने से मना कर दिया जिससे उसके बिलो का भुगतान अटक गया।
मार्च 2024 के पश्चात बने सिंह का स्थानान्तरण कोटा पीएचईडी में हो गया था लेकिन ठेकेदार मनोज वागडी उक्त घटना को लकर काफी नाराज चल रहा था इस पर मनोज वागडी ठेकेदार ने अपने दोस्त सुकेर थाना उदयपुर के हिस्ट्रीशीटर नरेश वाल्मीकि को बताया जिस पर History Sheeter नरेश वाल्मीकि ने अपने साथियो के साथ मिलकर पिकअप खरीदकर इस घटना को अंजाम दिलाया तथा जानलेवा हमले की घटना को एक्सीडेन्ट का रूप देने का प्रयास किया।
इस मामले में लिप्त बदला निवासी 57 वर्षीय अशोक आचार्य को ( बापर्दा गिरफ्तार ) , पीपली चौक तितड़ी निवासी 44 वर्षीय राजेश साहू, नाडा खाडा बापू बाजार निवासी 50 वर्षीय मोहम्मद हुसैन और पिकअप मालिक अमल का कांटा निवासी नरेन्द्र रावल को गिरफ्तार किया। तो वहीं घटना के मुख्य सूत्रधार सुखेर थाने का एचएस नरेश वाल्मीकि व ठेकेदार मनोज बागडी फरार है जिनकी तलश जारी है।
29 जून 2024 को बने सिंह मीणा ने पुलिस को रिपोर्ट दी की वह दादाबाडी इलाके में कोटा के अधिषाशी अभियन्ता के पद पर पदस्थापित है। 25.06.2024 को करीबन 6 PM से 6.15 PM के बीच जब वह अपने कार्यालय PHED ऑफिस दादाबाडी से तीन बत्ती चौराहे होते हुए अपने निवास 6 D 27 महावीर नगर विस्तार योजना के लिए गली के अन्दर जारहे थे तभी अचानक सामने से अति तिव्र गति से एक लोडिंग वाहन पिकअप को चालक तेज गति से चलाता हुआ आया तो उन्होंने अपना बचाव करते हुए पास के मकान के रेम्प पर खड़ा हो गया उसके बावजूद भी उस वाहन के चालक ने जानबुझकर उन्हें जान से मरने की नियत से से जोर से टक्कर मारी जिस पर उनके बांये पैर व दाहिने हाथ मे चोट आई व पेर में ऑपरेशन होकर रोड डाली गयी है। इसके अलावा पास में खड़ी कार को भी टक्कर मार दी
पीड़ित की सी रिपोर्ट के आधार पर थाना दादाबाडी पर हत्या के प्रयास में मामला दर्ज कर अनुसधान प्रारम्भ किया गया दौराने अनुसंधान गठित टीम द्वारा घटना स्थल के आस पास के सीसीटीवी फूटेज चैक किये गये तो पाया कि एक पिकअप नम्बर RJ 09 GB 1692 के द्वारा परिवादी Executive Engineer बने सिंह की मोटरसाईकिल पर जान बुझकर तीव्र गति से पिकअप को चलाकर टक्कर मारी जिस पर बेलेन्स बिगडने पर में खड़ी एक अन्य कार को भी टक्कर मार दी तथा पिकअप में सवार चालक व एक अन्य व्यक्ति पिकअप से उतरकर थोड़ी दूर खड़ी एक एक्टीवा चालक के साथ भागते हुए संदिग्ध अवस्था में नजर आये ।
जिस पर अनुसंधान करते हुए पाया गया कि उक्त स्कूटी चालक Executive Engineer का पीएचईडी ऑफिस दादाबाडी से पीछा करता हुए तीन बती चौराहे दादाबाडी तक आता है तथा मजरुब की रैकी कर पिकअप हमलावरो को सुचना देता है तथा पिकअप चालक व उसका साथी मजरुब पर पिकअप से टक्कर मारकर जानलेवा हमला कर स्कूटी पर सवार होकर फरार हो गये ।
आरोपियों की गिरफ़्तारी के लिए पुलिस की टीमको उदयपुर भेजा गया जहां से पिकअप चालक का साथी अशोक आचार्य को बापर्दा तथा पिकअप का मालिक नरेन्द्र रावल व पिकअप उपलब्ध कराने वाले मोहम्मद हुसैन व राजेश साहू को डीटेन कर बाद अनुसंधान प्रकरण में गिरफ्तार किया गया है । मुलजिमान से मामले में अनुसंधान जारी है।
सुखेर थाना पुलिस ने मंगलवार देर रात मुखबिर की सूचना पर इस मामले में फरार आरोपी मनोज बागडी के मुनवासतलाई तलाई इलाके में बने फार्म हॉउस पर दबिश देकर बड़ी मात्रा में राखी गई अंग्रेजी अनुमानित शराब जिसकी कीमत करीब 1 लाख रूपए है उसे जब्त किया। पुलिस ने दबिश के दौरान एक व्यक्ति को भी डिटेन किया जिसने अपना नाम मनराम रावत बताया , पूछताछ करने पर उसने यह फार्महाउस फरार चल रहे आरोपी मनोज बागडी का होना बताया।
पुलिस ने BNSS के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज कर शराब को कबत किया। इस पूरी कार्यवाही में थाने के Assitant Sub Inspector Harish Sanadya की विशेष भूमिका रही।