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मामूली बात पर चाक़ू मार कर हत्या करने के 5 आरोपी गिरफ्तार

एसपी भुवन भूषण यादव ने प्रेस कांफ्रेंस कर किया खुलासा
 

उदयपुर के प्रताप नगर थाना क्षेत्र के ट्रांसपोर्ट नगर में सोमवार को एक युवक की चाकू मार कर हत्या करने के मामले में खुलासा करते हुए 5 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

उदयपुर जिला पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया की ट्रांसपोर्ट के बाहर वीरेंद्र सिंह की चाकू से हत्या कर दी गई थी। जिस पर थानाधिकारी हिमांशु सिंह राजावत ने नेतृत्व में गठित टीम में हेड कांस्टेबल भारत सिंह, कांस्टेबल धनराज, रामस्वरूप और नागेंद्र की टीम ने आसपास 100 से अधिक सीसीटीवी और अन्य साक्ष्य जुटाए जिसके आधार पर एक ग्रे कलर की अल्टो कार को संदिग्ध पाई जिस पर पुलिस ने खोजबीन की गई तो पता चला कि 2022 में कपासन थाने में कार नारकोटिक्स विभाग द्वारा पकड़ी गई थी जिस पर पुलिस ने वाहन मालिक का पता लगाया तो वाहन मालिक विनोद लोहार निवासी कपासन सामने आया।

जिस पर पुलिस वहां पहुंची तो उसने अपनी कार साथी के यहां छुपा रखी थी। पुलिस ने साथी राजू वैष्णव को भी गिरफ्तार किया और पूछताछ करने पर गोपाल सोनी निवासी अकोला, लोकेंद्र सिंह पवार को भी इस मामले में वारदात को अंजाम देना सामने आया जिस पर पुलिस ने उन्हें भी गिरफ्तार किया है। 

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि आरोपी रात्रि के समय अल्टो कार से चित्तौड़ की ट्रांसपोर्ट नगर के बाहर एक दुकान खुली हुई नजर आई। दुर्गाशंकर दुर्गेश सिगरेट लेने के लिए पहुंचा तो वहां वीरेंद्र सिंह भी वही खड़ा था जिस पर दुर्गाशंकर द्वारा सिगरेट लेने के बाद ऑनलाइन पेमेंट के लिए मोबाइल बाहर निकाला तो मृतक वीरेंद्र सिंह ने कहा मेरा वीडियो क्यों बना रहा है इस बात को लेकर आपस में झगड़ा हो गया। इस पर कार में बैठे दुर्गाशंकर के अन्य दोस्त विनोद, लोकेंद्र, गोपाल को भी बुलाया और मृतक वीरेंद्र को चाकू मार दिया और चाकू मारकर मंगलवाड होते हुए चित्तौड़ की तरफ चले गए और कार को अपने दोस्त के रिश्तेदार राज वैष्णव के यहां छुपा दिया। 

पुलिस ने विनोद लोहार, राज वैष्णव गोपाल सोनी दुर्गा दास वैष्णव, और लोकेंद्र सिंह पवार को गिरफ्तार किया है । गोपाल सोनी के खिलाफ आकोला थाना में एक चोरी का मामला दर्ज है तो विनोद लोहार के खिलाफ कपासन थाना में एनडीपीएस एक्ट का मामला दर्ज है वही राजू वैष्णव के खिलाफ थाने में मामला दर्ज है।

इस दौरान कार्यवाही में हेड कांस्टेबल भारत सिंह, कांस्टेबल धनराज, रामस्वरूप और नागेंद्र की महत्वपूर्ण भूमिका रही।