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असम से खरीदी किशोरी को राजस्थान में दो लाख में बेचा

उदयपुर में मिली थी किशोरी, पुलिस ने नहीं दिखाई गंभीरता

 

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने दिए कार्रवाई के निर्देश

उदयपुर 14 सितंबर 2022। बीते दिनों शहर के एक थाना क्षेत्र में मिली किशोरी को जबरन शादी के लिए असम से खरीदकर लाया गया था। उसे चूरू के एक क्षेत्र में दो लाख में बेचा गया था। किशोरी के घर जाने की जिद्द करने पर खरीदार आरोपी ने उसे उदयपुर में बंधक बनाए रखा। चंगुल से भागी किशोरी किसी की मदद से पुलिस के पास पहुंची, जहां से उसे संस्था में भेज दिया गया। मामले का खुलासा तब हुआ जब एडीजे ने संस्था का निरीक्षण किया। एडीजे ने पुलिस को कार्रवाई के लिए निर्देश दिए।
 

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव एवं एडीजे कुलदीप शर्मा मंगलवार को सखी वन स्टोप सेंटर पहुंचे। प्रभारी किरण पटेल ने उन्हें किशोरी के साथ हुए वाकये की जानकारी दी। बताया कि 6 सितम्बर को शहरी थाना पुलिस ने 17 वर्षीय किशोरी को केंद्र पहुंचाया था। बालिका ने जबरन शादी करवाने और खरीद फरोख्त की जानकारी दी। किशोरी ने बताया कि उसे उत्तर-पूर्वी राज्य से एक महिला और एक पुरुष दो दलालों के माध्यम से राजस्थान में लाए थे। जहां उसे नशीला पदार्थ पिलाया, जिससे वह दो-तीन दिन तक बेहोशी की हालत में रही। इसके बाद 2 लाख रुपए लेकर उसकी जबरन शादी करवाई गई।


शादी के बाद जब उसे अपने साथ हुई घटना के बारे में पता चला तो उसने घर जाने की जिद की। इस पर किशोरी के खरीददारों ने दलालों से बात की। उस पर दबाव डाला गया कि यदि उसे पति के साथ रहने के बजाय वापस गांव जाना है तो 4 लाख रुपए देने होंगे। इसके चलते किशोरी के साथ मारपीट की गई। उसे शहर के एक थाना क्षेत्र में लाकर बंधक बनाकर रखा गया, जहां से मौका पाकर भाग निकली। किसी महिला की मदद से वह थाने पहुंची, जहां से मामूली कार्रवाई कर सखी वन सेंटर भेज दिया। केंद्र प्रभारी ने कार्रवाई के लिए थाने में संपर्क किया, लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं हो पाई।
 

प्राधिकरण सचिव एवं एडीजे शर्मा ने किशोरी की जानकारी ली तो प्रकरण की गंभीरता को लेकर थानाधिकारी से एफआइआर दर्ज नहीं करने का कारण पूछा। थानाधिकारी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। आखिर मानव तस्करी विरोधी यूनिट प्रभारी को बुलाया कर कार्रवाई के निर्देश दिए।