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नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर एसपी से कार्यवाही की गुहार

पौने तीन महीने पहले रविंद्र सिंह नामक व्यक्ति की मौत पर परिजनों ने जताई हत्या की आशंका

 

उदयपुर 24 सितंबर 2022 । गत 2 जुलाई 2022 को रविंद्र सिंह नामक व्यक्ति की मौत को हत्या बताते हुए सुखेर थाना में मामला दर्ज़ करवाया था और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की थी लेकिन लगभग पौने तीन महीने का वक़्त गुज़रने के बाद भी अभी तक नामज़द आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने के चलते मृतक की माँ शांता कुंवर ने आज शनिवार को उदयपुर के जिला पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा से मुलाकात करते हुए कार्यवाही की मांग की। 

उल्लेखनीय है की 2 जुलाई 2022 की सुबह बेदला के रहने वाले रविंद्र सिंह का शव उसी के गेराज में रस्सी से लटका हुआ मिला। जिसके पश्चात् पुलिस ने शव को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए मुर्दाघर में भिजवाया था।  घटनास्थल की परिस्थितियों को देखते हुए इसे एक आत्महत्या माना जा रहा था। वहीँ मृतक के पिता लक्ष्मण सिंह और अन्य परिजनों का कहना था कि उनके पुत्र रविंद्र को मारकर आत्महत्या का रूप देने के लिए गेराज में लटका दिया है और यह आत्महत्या नहीं एक हत्या है। 

रविंद्र सिंह के पिता ने सुखेर थाना में हत्या की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। हत्या के आरोप में तीन लोगो को रिपोर्ट में नामजद भी किया था।  लेकिन आज दिन तक नामजद लोगो के खिलाफ कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। 

मृतक की माँ शांता कुंवर का कहना है की उसके पुत्र रविंद्र को पहले कार में  बैठाकर कोई नशीला पदार्थ पिलाया गया और फिर उसकी हत्या कर उसके शव को रस्सी से बांधकर उसी के गेराज में लटका लिया गया। 

उन्होए कहा की अगर यह आत्महत्या होती तो मृतक के शव से खून क्यों निकलता ? और मृतक के पांव में चुभी हुई कील भी अभी तक खून में सनी हुई गेराज में पड़ी है और उन्हें शंका है की यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है। मृतक की काकी मधुबाला देवी का कहना है की इसी के साथ आत्महत्या होने पर भी मृतक की गर्दन की हड्डी भी नहीं टूटी, यह सब तथ्य इसी ओर इशारा करते है की यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है। 

शांता कुंवर ने कहा की उन्होंने एसपी उदयपुर से मामले की निष्पक्ष जांच और आरोपियों की जल गिरफ्तारी की मांग की है। जिस पर एसपी ने उन्हें आश्वस्त किया है मामले की पूरी तरह से जांच की जाएगी और जांच के आधार पर ही आगे की कार्यवाही की जाएगी। शांता कुंवर ने बताया की एसपी ने इस मामले की जांच हिरणमगरी थानाधिकारी रामसुमेर मीणा के सुपुर्द की है।