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फरार लुटेरी दुल्हन अब पुलिस की गिरफ्त में 

फरार होने से पहले पुलिस ने रानीखेड़ा से लुटेरी दुल्हन को किया गिरफ्तार 

 

उदयपुर। लुटेरी दुल्हन और फर्जी शादियां की ठग स्कैम करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर पुलिस ने पूर्व में 1 महिला और 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इस गिरोह की मुख्य किरदार संगीता उर्फ सोनू यादव फरार चल रही थी आखिर कार पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया। लुटेरी दुल्हन चौथी शादी करने के बाद फिर से भागने की फिराक में थी, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उसे दबोच लिया।  

दरअसल, दुर्जान सिंह की रिपोर्ट दर्ज करवाने के बाद पुलिस ने इस मामले पर गहनता से अनुसन्धान शुरू कर दिया। कार्रवाही करते हुए सलूम्बर थाना पुलिस ने फर्जी शादी के मामले में गिरोह के 2 महिला सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद दलाल और मुख्य सरगना समेत 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया था । इसके बाद मुख्य सरगना और दलाल मध्य प्रदेश के शाजापुर के गुलाब सिंह पुत्र गंगाराम सिसोदिया को गिरफ्तार किया। साथ ही दलाल की भूमिका निभाने वाले राजकीय कर्मचारी हेमराज सिंह पुत्र मनोहर सिंह सोलंकी और विष्णु पुत्र शिवराम जोशी को भी पूर्व में पकड़ा जा चूका है।

फर्जी शादी की शुरुआत 

लुटेरी दुल्हन का नाम संगीता उर्फ सोनू यादव है। सोनू की 10 साल पहले एमपी के सागर जिले के शिखारपुर गांव में अरविंद यादव नामक से शादी हुई थी। 6 साल बाद अरविंद की कैंसर से मौत हो गई। इसके बाद सोनू मजदूरी करने लगी। इस बीच, वह एक मंदिर में आने वाले गुलाब सिंह से संपर्क में आई। गुलाब सिंह ने किसी से भी शादी कर 10 दिन रहने के लिए 50 हजार रूपए का लालच दिया। इसके बाद दोनों ने मिलकर गिरोह बना लिया। इसमें गुलाब सिंह की पत्नी रजनी अरै रेखा नाम की महिला को भी शामिल हो गए। यह लोग भोपाल में रहने लगे और एमपी से सटे राजस्थान बॉर्डर के आस-पास के गांवों में अपने एजेंट तैयार किए। एजेंट के ज़रिये ऐसे लोगों को ढूंढते, जिनकी शादी नहीं हो रही हो । फिर ऐसे ही लोगों को अपना शिकार बनाते थे।

फरार होने से पहले पुलिस की गिरफ्त में 

पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गिरोह के मुख्य सरगना गुलाब सिंह सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया था। जिस पर आरोपी से पूछताछ में पुलिस को सोनू के मध्यप्रदेश के भोपाल में होने की जानकारी सामने आई। इस पर पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची, लेकिन सोनू वहां नहीं मिली। इस दौरान तकनीकी संसाधनों और मुखबिर के जरिए सूचना पर पुलिस को पता चला कि सोनू की शादी करीब चार महीने पहले रानीखेड़ा जिला चित्तौड़ के रहने वाले रूपलाल तेली नाम के व्यक्ति से हुई है। इस पर पुलिस की टीम रानीखेड़ा पहुंची और सोनू को गिरफ्तार कर लिया।