गोगुंदा रेंजर व उदयपुर सहायक वन संरक्षक के खिलाफ एसीबी ने दर्ज किया केस
वानिकी विकास कार्यक्रम के तहत 10 लाख रुपए का कमीशन का मामला
उदयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के घेरे में गोगुंदा रेंजर व उदयपुर सहायक वन संरक्षक आते-आते बच गए। भनक लगने से पहले ही भ्रष्टाचारी सतर्क हो गए। ऐसे में कार्रवाई सफल नहीं हो पाई। हालांकि एसीबी उदयपुर की टीम ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई कर रही है।
एसीबी के एडिशनल एसपी विक्रम सिंह ने बताया कि अप्रैल माह में मोजावद गोगुंदा में तैनात वनपाल ने एसीबी में शिकायत दी थी कि वानिकी विकास कार्यक्रम के तहत 10 लाख रुपए का कमीशन लेने के लिए गोगुंदा रेंजर रवि माथुर व उदयपुर सहायक सरंक्षक नरपत सिंह राठौड़ पिछले कई महिनों से दबाव बना रहे है।
पूर्व में वनपाल ने साढ़े 3 लाख रुपए की राशि दे दी जबकि साढ़े 6 लाख रुपए की राशि के लिए लगातार प्रताडि़त कर रहे थे। ऐसे में वनपाल ने एसीबी की टीम से शिकायत की लेकिन दोनों ही शातिर निकले और एसीबी की कार्रवाई को भांप गए। ऐसे में एसीबी की कार्रवाई विफल रही। हालांकि रिश्वत की मांग करने को लेकर दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। एसीबी की टीम इस मामले में आगे की कार्रवाई करेगी।