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गोगुन्दा गैंगरेप के आरोपी तीनो दरिंदे पुलिस की गिरफ्त में  

युवती के मंदबुद्धि होने व अकेली देखकर बनाया था निशाना 

 

मंदबुद्धि युवती के साथ गैंगरेप के तीनो आरोपी गिरफ्तार

उदयपुर 25 मार्च 2021। जिले के गोगुन्दा थाना क्षेत्र में रविवार को एक मंदबुद्धि युवती को बंधक बनाकर सामूहिक बलात्कार करने एवं मारपीट कर गंभीर रूप से घायल करने के तीनो आरोपी दरिंदो को उदयपुर जिला पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। 

जिला पुलिस अधीक्षक डॉ राजीव पाचार ने बताया की घटना में लिप्त तीनो बदमाश 35 वर्षीय लक्ष्मण गमेती पिता गन्ना वडेरा निवासी नेताजी का बारा ओगणा, 22 वर्षीय हरीश गमेती पिता वरदा गोरणा निवासी नेताजी का बारा ओगणा तथा कावा उर्फ़ रमेश खराड़ी पिता गुल्ला खराड़ी निवासी कंथारिया समीजा ओगणा को गिरफ्तार किया गया।  आरोपी लक्ष्मण के खिलाफ अम्बामाता, ओगणा एवं नाई थाना में पूर्व में लूट और चोरी के 3 केस दर्ज है। 

युवती के मंदबुद्धि होने व अकेली देखकर बनाया था निशाना 

पुलिस ने बताया की तीनो आरोपी उदयपुर में रोज़ दिहाड़ी मज़दूरी का काम करने आते है।  21 मार्च को तीनो साइफन चौराहे पर मिले। दिन भर मज़दूरी न मिलने से एवं एक ही गांव के होने से मोटरसाइकिल से गांव लौट रहे थे। गोगुन्दा से सूरजगढ़ होते हुए अपने गांव के रास्ते में सेनवाडा नदी में अकेली युवती को देखकर तीनो की नियत बिगड़ गई, रास्ता पूछने पर युवती के मंदबुद्धि होने का पता चलने पर जबरन मोटरसाइकिल पर बैठाकर पहाड़ियों के बीच पथरीले रास्ते पर ले जाकर तीनो ने पीड़िता के हाथ पैर व मुंह बांधकर बारी बारी से बलात्कार किया कर विरोध करने पर सर और मुंह पर पत्थर से वार कर घायल कर दिया और पीड़िता को लहूलुहान हालत में छोड़कर फरार हो गए। 

घटना का खुलासा 

प्रकरण में कोई सीसीटीवी क्षेत्र में नहीं होने, घटना स्थल के आसपास मोबाईल कनेकिटिवटी नहीं होने, घटनास्थल सुनसान जंगल होने एवं शाम के समय होने से साक्ष्य मिलना एवं आरोपियों की पहचान करना बहुत कठिन कार्य थे जिसे पुलिस टीम ने कड़ी मेहनत कर खुलासा किया।  करीब 200 पुलिसकर्मियों ने अलग अलग टीम बनाकर क्षेत्र की समस्त शराब की दुकान, पेट्रोल पंप, नाई की दुकान (एक आरोपी के लाल बाल होने का सुराग मिलने), किराणें की दुकान, क्षेत्र के टैक्सी चालक, टैक्सी स्टैंड 18 से 30 के प्रत्येक गांव के युवा की जांच और आसपास के सीसीटीवी की जांच के आधार पर एक आरोपी लक्ष्मण को धर दबोचा जिसने घटना को अपने दोनों साथियो हरीश और कावा उर्फ़ रमेश के साथ अंजाम देना स्वीकार किया। 

यह रही वह पुलिस टीम जिसने घटना का खुलासा किया 

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनंत कुमार, वृत्ताधिकारी (गिर्वा) श्रीमती प्रेम धणदे, वृत्ताधिकारी झाड़ोल गिरधर सिंह, गोगुन्दा एसएचओ प्रवीण सिंह, ओगणा थाना एसएचओ प्रभुलाल, झाड़ोल थानाधिकारी देवीलाल उपनिरीक्षक झाड़ोल नाथू सिंह, गोवर्धन विलास हेड कांस्टेबल मनोहर सिंह, गणेश सिंह, कांस्टेबल दिनेश सिंह, राजेंद्र सिंह, गोगुन्दा थाना के हेड कांस्टेबल प्रकाश नाथ, रमेश चंद्र, कांस्टेबल सतीश कुमार तथा साइबर सेल के कांस्टेबल लोकेश रायकवाल। 

विशेष योगदान- गोवर्धनविलास थाना के हेड कांस्टेबल मनोहर सिंह, गणेश सिंह, कांस्टेबल दिनेश सिंह, राजेंद्र सिंह का विशेष योगदान रहा।