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पैसों की तंगी और कर्ज के बोझ तले बनाया था एसबीआई को निशाना 

बैंक डकैती के प्रयास में षड्यंत्रकर्ता समेत 4 अभियुक्त गिरफ्तार

 

जुआ सट्टा खेलने की लत में करनी पड़ी चोरी

उदयपुर 6 दिसंबर 2021। जिले के घासा थाना क्षेत्र के पलाना खुर्द गांव स्थित एसबीआई बैंक को लूटने की कोशिश में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी पर आखिर कर पुलिस को सफलता मिल गयी। 45 दिन पूर्व पलाना गाँव के एसबीआई शाखा में आरोपियों ने लूट की योजना बना कर चोरी करने की कोशिश की लेकिन समय पर पुलिस की दस्तक से मौके से लुटेरे फरार हो गए। मामले की छानबीन और आरोपियो की तलाश में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।  

जुआ सट्टा खेलने की लत में करनी पड़ी चोरी

चोरी के मामले पर मावली डीएसपी हनुवंत सिंह भाटी बताया की अपराधी पिछले 5 सालों में क्रिकेट पर सट्टे में करीब 50 लाख रूपये हार गए था। इन हारे हुए पैसो में कई लोग से उधार ली गई राशि भी थी जिन्हे चुकता करने के लिए षड्यंत्रकर्ता आरोपी पुष्कर डांगी ने कर्ज से परेशान होकर सारी बात अपने एक दोस्त को बताई।  

पलाना गाँव में एसबीआई बैंक की शाखा में नकदी और जेवरात होने की जानकारी पर तिजोरी लूटने की योजना बनायी। योजना के तहत हेमराज ने इस योजना में अपने एक अन्य दोस्त पुष्कर को शामिल होने के लिए पुष्कर डांगी से बात मनवाई। गंगाराम सुथार इस योजना में तीसरा अपराधी था। इसके अलावा इस योजना में दो बाल अपचारी को भी शामिल किया। तिजोरी और लॉकर काटने के लिए उन्हें योजना में शामिल किया गया था। 

योजना के तहत अपराधी इस वारदात को अंजाम देने के लिए निकले। वारदात में  इस्तेमाल होने वाले उपकरण के तौर पर गंगाराम अपने बड़े भाई हीरालाल से नवानिया जाकर ऑक्सीजन का एक बड़ा सिलेंडर, रसोई गैस का एक छोटा सिलेंडर और लोहा काटने के अन्य उपकरण ले आया। इसके बाद हेमराज ने रात के करीब 10 बजे अपने बाकी साथियो के साथ बैंक के सीसीटीवी वायर काटकर पीछे की जर्जर हुई दीवार को तोडना शुरू कर दिया। चोरी की वारदात को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम देने वाले थे की उतने में रात्रि गश्त पर निकली पुलिस की गाडी का सायरन सुन कर सभी आरोपी मौके से फरार हो गए और अपने अपने घर दुबक गए। 

बैंक में चोरी के मामले पर पुलिस ने इस मामले के आरोपियों की शिनाख्त के लिए अनुसन्धान जारी कर दिया। जिले के एसपी मनोज कुमार के नेतृत्व में चोरो तक पहुंचे के लिए टीम का गठन किया गया। मामले की छानबीन में ही कुछ दिन ही नहीं बीते की हेमराज ने बैंक कर्मियों से बैक की जानकारी जुटाना शुरू कर दिया और चाय के थड़ी से पुलिस के रात्रि गश्त के बारे में भी पूछ रहा था। इन सभी बातों की जानकारी होने पर पुलिस ने हेमराज को शक के आधार पर डिटेन कर पूछताछ की जिस पर हेमराज ने योजना की जानकरी और बाकी आरोपियों को जानकारी पुलिस को दे दी। 

जिसके बाद ने पुष्कर, गंगाराम, हीरालाल और पुष्कर डांगी को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया की पुष्कर डांगी ने स्वयं की बोलेरो को बैंक से चोरी करने पर नकदी जेवरात को लाने ले जाने ले लिए रखी थी। चोरी के मामले में पुलिस ने एक बाल अपचारी को भी डिटेन किया है।