उमरिया के जंगल में महिला के ब्लाइंड मर्डर का खुलासा
महिला की हत्या के आरोप में पुलिस ने प्रेमी और उसकी पत्नी को किया गिरफ्तार
उदयपुर 27 मई 2024। जिले के फलासिया इलाके में उमरिया के जंगल में महिला के ब्लाइंड मर्डर का रविवार को खुलासा हुआ। पुलिस ने हत्या के आरोप में प्रेमी और उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया है।
दरअसल पति की प्रेमिका का पता चलने पर पत्नी ने पति के सामने उसे या प्रेमिका में से एक को चुनने की शर्त रखी थी, साथ ही प्रेमिका की हत्या कर सबूत पेश करने के लिए भी कह दिया था। पति ने पत्नी को चुना और प्रेमिका को पत्नी के पीहर के पास जंगल में ले जाकर गला काटकर हत्या कर दी। हत्या के पीछे के कारणों को सुन हर कोई हैरान रह गया।
महिला के मर्डर के साथ ही लगभग एक साल पहले उसके बेटे की हत्या की बात भी आरोपी ने स्वीकार की, जबकि उस मामले में प्रेमिका की मां ने भी प्रेमी का साथ दिया था।
फलासिया थानाधिकारी सीताराम ने बताया कि मध्यप्रदेश निवासी सीतादेवी कोल की हत्या के आरोप में सेमारी निवासी प्रेमी देवीलाल और उसकी पत्नी भावना को गिरफ्तार किया है।
देवीलाल ने पूछताछ में बताया कि मृतका सीतादेवी के दो बच्चे थे और उसका पति अहमदाबाद में मजदूरी करता था। दो साल पहले उसका पति किसी दूसरी औरत के साथ शादी करके बेटी को साथ लेकर कहीं चला गया। देवीलाल अहमदाबाद में सिद्धि ऑयल कंपनी में मजदूर ठेकेदार का काम करता था, वहीं उसकी दोस्ती सीता के साथ हुई। देवीलाल खुद शादीशुदा होकर 3 बच्चों का पिता है। सीतादेवी आरोपी के गांव धनकाबाड़ा भी आकर रहने लगी। इस बात की जानकारी पत्नी भावना को हुई तो उसने विरोध किया, तब आरोपी ने सीता देवी से दूरी बनाना शुरू कर दिया। लेकिन सीता दूर होने के बजाए अपने बेटे दादू की हत्या के केस में फंसाने की धमकी देकर साथ रहने लगी।
गत 4 अप्रैल को आरोपी अहमदाबाद से अपने गांव आ गया। दो दिन बाद पीछे-पीछे सीतादेवी भी आरोपी के घर धनकावाड़ा आ गई। 3-4 दिन आरोपी उसके साथ निर्माणाधीन मकान में रहा और फिर अहमदाबाद लेकर चला गया। इसी बीच आरोपी व उसकी पत्नी भावना के बीच झगड़ा बढ़ गया और भावना धमकी देने लगी कि दोनों में से एक को चुन ले। तब आरोपी ने पत्नी को कहा कि वह भी सीता से पीछा छुड़ाना चाहता है। भावना ने बोला कि उसको मार दो और मारने का सबूत दो तभी वह देवीलाल के साथ रहेगी अन्यथा नहीं।
इसके बाद देवीलाल ने सीतादेवी को अपने ससुराल यानि पत्नी के पीहर मादला लाकर मारने की योजना बनाई। देवीलाल ने एक ठेले वाले से चाकू खरीदा और सीतादेवी को जंगल मे ले जाकर खूब शराब पिलाई और बाद में उसे मौत के घाट उतार दिया। पहचान छिपाने के लिए मृतका के दाएं हाथ पर गुदा उसके नाम की जगह को चाकू से काट दिया और काटी हुई चमड़ी पास के तालाब में फेंक दी। इसके बाद अपने ससुराल मादला जाकर पत्नी भावना को पूरी बात बताई। हत्या के बाद भी आरोपी तीन दिन तक अपने ससुराल मादला में ही रहा। इस दौरान शव मिला तो पत्नी को विश्वास हो गया कि सीता मर चुकी है।