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कांग्रेस नेता पिता पुत्र के खिलाफ करोडो की धोखाधड़ी का केस दर्ज

राजस्थान राज्य बाल संरक्षण आयोग सदस्य राजीव मेघवाल व पिता कांग्रेस नेता लक्ष्मीलाल मेघवाल के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज

 

उदयपुर 9 सितंबर 2023। अंबामाता थाने में दिनांक 6 सितंबर 2023 को दर्ज रिपोर्ट के अनुसार राज्य बाल संरक्षण आयोग के राजीव मेघवाल और उनके पिता आर.एस.एम.एम.लि. से रिटायर्ड व कांग्रेसी नेता लक्ष्मी लाल मेघवाल पर पेट्रोल पम्प के नाम पर निवेश करवा 1 करोड़ 13 लाख रूपए की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। साथ ही राजीव मेघवाल की पत्नी अनीता मेघवाल, बहन प्रियंका मेघवाल व नौकर दौलतराम मीणा पर भी साजिश में शामिल होने के आरोप लगाए गए हैं। 

दरअसल शहर के एक रियल एस्टेट व्यवसाई भानूप्रताप सिंह धाभाई ने धोखाधड़ी के गंभीर आरोप लगते हुए पेट्रोल पम्प में भागीदार बनाने का लालच दे कर एक करोड़ 13 लाख रूपयें वसूल करने का आरोप लगाया है और इसी को लेकर अंबामाता थाने में इन सभी के खिलाफ मामला भी दर्ज करवाया है। 

पीड़ित भानूप्रताप सिंह धाभाई ने बताया की राजीव मेघवाल व उनके पिता लक्ष्मीलाल मेघवाल ने 2016 में आरोपी जो की पीड़ित के साले सचिन परिहार के ससुराल पक्ष (साले और ससुर है) वो पीड़ित के घर आये, जहाँ उन्होंने सचिन की पत्नी और राजीव की बहन के नाम पर नेशनल हाइवे 8 (NH.8) पर खेरवाड़ा से ऋषभदेव के बीच इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के पेट्रोल डीज़ल रिटेल आउटलेट (पेट्रोल पंप ) के लिए लेटर ऑफ़ इन्टेंट ((LOI) जारी करवाने के लिए प्रयासरत हैं और इसके लिए स्थापना के लिये निवेश की जरुरत है। निवेश करने के बदले पीड़ित को पेट्रोल पंप में भागीदारी देने का ऑफर भी दिया। 

साल 2017 में पेट्रोल पंप के नाम पर ऋषभदेव में सवा दो बीघा जमीन भी खरीद ली गई और पेट्रोल पंप का सेटअप भी हो गया। इस पुरे प्रकरण में पीड़ित का साला सचिन परिहार मुख्य सूत्रधार था और उसी के कहने पर पीड़ित और और उसकी पत्नी (सचिन की बहन) तारिका धाबाई ने निवेश किया था। 

लेकिन बीच में आये कोरोना काल के दौरान पीड़ित के साले सचिन की मृत्यु हो गई। 2019 में अचानक से एक दिन पीड़ित और उनकी पत्नी तारिका ने फेसबुक पर एक पोस्ट देखी जिसमे अपने ही पेट्रोल पंप के शुभारंभ होने की बात लिखी थी लेकिन व्यक्तिगत रूप से उसे इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी। इस बात को लेकर जब उन्होंने राजीव मेघवाल और उनके पिता लक्ष्मी लाल मेघवाल से पूछा तो उन्होंने बात को घुमा दिया। न तो पेट्रोल पम्प में भागीदार बनाया और न वापस रकम लौटायी।

इस घटना के कुछ समय के बाद उन्होंने अपना पैंतरा बदल दिया, पीड़ित का फ़ोन उठाना भी बंद कर दिया। दूसरी और सचिन की मृत्यु के बाद राजीव की बहन जो सचिन की पत्नी थी उसे भी उसके पिता अपने साथ अपने घर ले गए। उनके बीच में भी कोई संपर्क नहीं रहा और सचिन की पत्नी ने भी अपनी सास के खिलाफ सवीना थाने में रिपोर्ट दर्ज करवा दी। 

हालात बदलते देख पीड़ित और उसकी पत्नी तारिका ने कई बार राजीव और उसके पिता से पैसे की मांग को लेकर कर संपर्क करने, रिश्तेदारों के माध्यम से संदेश भेजने के प्रयास किये लेकिन उन्होंने उल्टा निवेश किये पैसों में खुद के 25 लाख रु रूपए शामिल होने की बात कह डाली। यही नहीं पीड़ित का आरोप है की अपने राजनैतिक रसूख के चलते लक्ष्मी लाल ने कई बार अलग अलग कांग्रेस नेताओं के नाम से भी उसे धमकाया है, साथ ही पीड़ित की 3 बेटियों और उसके परिवार वालों के लिए भी कई टिप्पणियां की हैं और उन्हें एससीएसटी एक्ट के मामले में केस करने की बात कर धमकाया भी है।

पीड़ित का कहना है की रिश्तेदारी में होने के चलते उसने अब तक कोई क़ानूनी कार्यवाही नहीं की या कोई कदम उनके खिलाफ नहीं उठाया, लेकिन जब उन्हें इस तरह की धमकियाँ मिलने लगी तो इसको मद्देनजर रखते हुए उन्होंने अम्बामाता थाने में राजीव मेघवाल उनके पिता कांग्रेस नेता लक्ष्मी लाल मेघवाल, पत्नी अनीता मेघवाल, बहन प्रियंका मेघवाल के खिलाफ धोखाधड़ी करके पैसे हड़प लेने का आरोप लगते हुए मामला दर्ज करवाया है।   

पीड़ित का आरोप है की एक करोड़ 13 लाख रुपए लगवाए गए और इतनी पूंजी लगवाने के बाद, उनके साथ पूर्ण रूप से धोखाधड़ी करते हुए अपना पैसा वापस मांगने पर मुकर रहे व अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए मानसिक प्रताड़ना के साथ मानहानि कर रहे ताकि भानूप्रताप सिंह धाबाई इनसे अपनी पूंजी नहीं मांगे। इसको लेकर अब पीड़ित भानूप्रताप सिंह आरोपियों के खिलाफ क़ानूनी कारवाही की मांग कर रहे है।