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जिला परिषद में नौकरी दिलाने के नाम पर 4 लाख की ठगी 

पुलिस ने दो ठगो को किया गिरफ्तार 

 

जान पहचान का हवाला देकर नौकरी का झांसा देकर रूपये ऐंठने वाले चढ़े पुलिस के हत्थे 

उदयपुर 17 जून 2021।  कोरोना काल में कई लोगो के काम धंधे ठप्प हो गए है। कई लोगो को अपनी नौकरी से भी हाथ धोना पड़ा है। ऐसे में ठगो ने जिला परिषद् में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर दो भाइयों से चार लाख रूपये की ठगी कर डाली। ठगी का पता तब चला जब दोनों भाई जोइनिंग लेटर का पता उदयपुर जिला परिषद पहुंचे। 

दरअसल 10 दिसंबर 2020 को पीड़ित सुरेश ताराचंद ने पुलिस में रिपोर्ट दी थी की उसकी एक वर्ष पूर्व राणाराम व् राजेश बड़गुर्जर से हुई थी। राजेश ने कोटड़ा क्षेत्र में आधारा विंग नाम से स्कूल खोल रखा है। तथा एक एनजीओ भी संचालित करता है। जबकि राणाराम वहां पर खाना बनाने का कार्य करता है। राणाराम ने सुरेश के भाई कमलेश को राजेश से मिलवाया। राजेश ने कमलेश को अपनी जान पहचान का हवाला देते हुए उदयपुर जिला परिषद में नौकरी दिलवाने का झांसा देते हुए कमलेश और सुरेश से अलग अलग मौके पर चार लाख रूपये ऐंठ लिए। 

यहीं नहीं राजेश दोनों भाइयों की लेकर जयपुर सचिवालय भी गया। जहाँ एक ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग अंकित किये कागज़ पर दोनों के साथ अन्य का नाम दिखाकर बोला तुम्हारा काम हो गया। बस अब उदयपुर जिला परिषद जाकर दस्तावेज जमा करवाकर जोइनिंग लेनी है। और उनसे ओरिजिनल आधार कार्ड पैन कार्ड आदि ले लिए। वहीँ जयपुर जाने से पहले एक लाख रूपये लिए जयपुर में 75 हज़ार और ले लिए। 

उसके बाद उदयपुर आकर दोनों को फोन कर जिला कलेक्टर कार्यालय उदयपुर बुलाया और केंटीन में ले जाकर कहा की तुम्हारा जोइनिंग लेटर तैयार हो रहा है तुम मुझे कुछ रूपये दे दो जो विभाग के कर्मचारियों को देने है। रूपये लेकर आधे घंटे बाद पुनः आया और बताया बस जोइनिंग लेटर पर साहब के हस्ताक्षर होने बाकी है। जैसे ही हस्ताक्षर हो जायेंगे, जिला परिषद् में नौकरी जॉइन कर लेना। यह कहकर वहां से चला गया। जब 5-6 दिन बाद दोनों भाई उदयपुर आकर जिला परिषद कार्यालय आकर पता किया तो उन्हें ठगी का पता चला। 

बेकरिया थानाधिकारी शंकरलाल राव ने बताया की दोनों भाई के रिपोर्ट पर राजेश बड़गुर्जर पिता चेन्याराम निवासी पाडा कट्टी घाटी अलवर को अलवर से तथा राणाराम पिता सपाराम निवासी पावटी पुलिया बेकरिया को बेकरिया से गिरफ्तार किया गया।  प्रारम्भिक पूछताछ के बाद राणाराम को जे. सी. तथा अभियुक्त राजेह का पी. सी. रिमांड प्राप्त किया है।