गजेंद्र छापरवाल हत्यकांड का मुख्य आरोपी सुनील लोट गिरफ्तार
उदयपुर में 21 जुलाई 2018 को हुए बहुचर्चित गजेंद्र छापरवाल हत्याकांड के प्रमुख आरोपी सुनील लोट को मध्यप्रदेश के जावरा स्थित हुसैन टेकरी दरगाह से गिरफ्तार क
जिला पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया की गजेंद्र छापरवाल हत्यकांड में तीन शूटर कृष्णा पुत्र घनश्याम बारेसा निवासी गांधीनगर हरिजन बस्ती मुल्ला तलाई, अरबाज़ खान पुत्र अनवर खान निवासी मुल्ला तलाई, प्रवीण उर्फ़ प्रिंस पुत्र जसपाल सिंह नंदा को गिरफतार किया जा चूका था। लेकिन इस हत्याकांड का मुख्य सूत्रधार सुनील लोट अब तक फरार चल रहा था।
सुनील लोट को गिरफ्तार करने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पारस जैन, वृत्ताधिकारी (पश्चिम) सुश्री स्वाति शर्मा की विशेष टीम गठित की गई थी। इस टीम में शामिल अम्बामाता थानाधिकारी चेनाराम पचार, एसआई देवेंद्र सिंह, हेड कांस्टेबल महेंद्र सिंह, ओंकारसिंह, महेंद्र सिंह, कांस्टेबल रणजीत सिंह और अर्जुन सिंह की टीम ने मुल्जिम सुनील लोट के बारे में ठोस जानकारी जुटा कर धर दबोचा।
पुलिस को विश्वसनीय सूत्रों से पता चला की सुनील लोट मध्यप्रदेश में छुपा हुआ है। सुचना पर अम्बामाता थानाधिकारी चेनाराम पचार मय जाब्ता मध्यप्रदेश में सुनील की तलाश में गए तो पता चला की सुनील मध्यप्रदेश के जावरा में स्थित हुसैन टेकरी दरगाह में वेश बदलकर रह रहा है। टीम गिरफ्तार कर उसे उदयपुर ले कर आये और उनसे अनुसंधान चल रहा है।
पुलिस ने प्रारम्भिक पूछताछ सुनील ने बताया की घटना के बाद से ही फ़ोन बंद करके ट्रक में बैठकर बायपास से फरार हो गया और वेश बदलकर मध्यप्रदेश के जावरा में हुसैन टेकरी दरगाह पर रहने लगा। सुनील लोट इस दरगाह पर अक्सर आता जाता रहता है। सुनील लोट के भाई विक्रम लोट की हत्या गजेंद्र छापरवाल ने की थी। इसी का बदला लेने के लिए सुनील लोट ने गजेंद्र छापरवाल हत्याकांड की अंजाम दिया। सुनील ने भाड़े के शूटरों को इसके लिए पिस्तौल भी उपलब्ध करवाई थी। पुलिस अब पता लगा रही है की सुनील ने पिस्तौल कहाँ से खरीदी थी। कल सुनील को न्यायलय में पेश कर पुलिस रिमांड में लेकर विस्तृत जांच करेंगी।