चित्तौड़गढ़-कृषि मंडी के मुनीम से दिन दहाड़े 9 लाख रुपये लूट का खुलासा
गिरफ्तार तीन आरोपी चोरी, लूट के आदतन अपराधी
चित्तौड़गढ़। कस्बा बड़ीसादड़ी में किसानों को फसल खरीद की राशि भुगतान हेतु एसबीआई बैंक से 9 लाख रुपये नगद लेकर कृषि उपज मंडी जा रहे फर्म के मुनीम से दिनदहाड़े लूट के मामले का खुलासा करते हुए बड़ीसादड़ी थाना पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों में से तीन आरोपी चित्तौड़गढ़ सहित कई जिलों में चोरी, लूट के प्रकरणों में लिप्त पाये गए है।
पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि 30 जनवरी को दोपहर को बड़ीसादड़ी की मंशालाल जीवनसिंह नागोरी नाम की फर्म का मुनीम मानपुरा निवासी प्रेमसिंह रावत एस.बी.आई. शाखा बड़ीसादडी से चैक के माध्यम से 9 लाख रूपये नगद निकलवाकर मोटरसाईकिल से फर्म की दुकान पर ला रहा था, कि कृषि मण्डी से कुछ आगे सब्जी मण्डी के पास एक लाल रंग की मोटरसाईकिल पर सवार हेलमेट पहने दो व्यक्तियों ने चलती मोटरसाईकिल से ही रूपयों का टंगा हुए बेग खींच कर अपनी मोटरसाईकिल को काफी तेज गति से भगा कर पण्डेडा की तरफ भाग गये थे। जिनका मुनीम ने अपनी मोटरसाईकिल से पण्डेडा तक पीछा किया परन्तु लुटेरे भागने में सफल हो गये। घटना की रिपोर्ट पर बड़ीसादड़ी थाना पर लूट का प्रकरण दर्ज कर जांच की गई।
प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए एएसपी बुगलाल मीना व डीएसपी बड़ीसादड़ी डॉ. कृष्णा सामरिया के सुपरविजन व मार्गदर्शन में थानाधिकारी रायसल सिह पु.नि. मय टीम द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया गया एवं विशेष टीम गठित कर बड़ीसादड़ी व आसपास के गांवों में लगे सी.सी.टी.वी कैमरे चैक किये। जिले की साईबर टीम से तकनीकी सहायता ली गयी। घटना में प्रयुक्त मोटरसाईकिल को जब्त की गयी।
मामले में संदिग्धों की तलाश करते हुए डूंगला व भीण्डर पहुंचे तो कानि. बहादुरसिंह को सूचना मिली कि उक्त वारदात पप्पूसिह राजपूत की गैग ही कर सकती है। पप्पूसिह राजपूत का साथी भींडर थाने के बाचियो का खेड़ा निवासी शम्भूलाल पुत्र मोहनलाल रावत भीण्डर में बस स्टेण्ट पर बैठे होने की सूचना मिली, जो बाहर महाराष्ट्र जाने की फिराक में है। मुताबिक सूचना पर रवाना हो भीण्डर बस स्टेण्ड पहुंच संदिग्ध शम्भूलाल रावत को डिटेन कर पूछताछ की गयी।
पुलिस पूछताछ में शंभूलाल रावत ने बताया कि पराना थाना डूंगला निवासी पप्पूसिह पुत्र गणपतसिंह राजपूत निवासी व चित्तौदिया थाना बढ़ीसादड़ी निवासी शंकरसिंह पुत्र किशनसिंह मीणा द्वारा रेकी करने में साथ रह कर घटना के समय बड़ीसादड़ी के आसपास ही रह कर जरूरत पड़ने पर सहयोग किया है। मामले में आरोपियों ने घटना को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया है। मामले में पप्पूसिंह, विनोद वैष्णव, शंकरसिंह मीणा, व शम्भूलाल रावत को गिरफ्तार किये गये। गिरफ्तार आरोपियों से लूटे हुए नौ लाख रूपयो की बरामदगी के प्रयास किये जा रहे है।
आरोपियों द्वारा की गई वारदात का तरीका
30 जनवरी को सोमपुर थाना निकुम्भ निवासी विनोद पुत्र छगनदास वैष्णव द्वारा अपाचे मोटरसाईकिल लेकर बड़ीसादड़ी आकर शम्भूलाल रावत से भीण्डर से नेट कोलिग कर विनोद वैष्णव द्वारा शम्भूलाल रावत को उसके ननिहाल खेडिया (पारसोली) से लेकर दोनों द्वारा मुंह पर कपडा बांधकर हैलमेट लगाकर बडीसादडी रेलवे ब्रिज के पास पुलिया के यहां पर बैठकर निगरानी कर मुनीम प्रेमसिंह रावत द्वारा एस.बी.आई शाखा से मोटरसाईकिल पर बैग मे 9 लाख रूपये रखकर आने पर ओवरब्रिज के वहा से मोटरसाईकिल का पीछा कर सब्जी मण्डी के गेट के आगे से रूपयो का बैग छिनकर मोटरसाईकिल से पण्डेडा, सेमलिया, खेडिया, पारसोली होते हुए भागे। मूझवा के वहां पर गांव के लोगों द्वारा मोटरसाईकिल को रोकने का प्रयास करने पर पत्थर के उपर से मोटरसाईकिल निकालने से ईंजन क्षतिग्रस्त होने से लालपुरा के जंगल में मोटरसाईकिल को छोडकर सीतामाता जंगल में भाग गए। शाम के समय अंधेरा होने पर पप्पूसिह राजपूत से सम्पर्क कर उसे बुलाकर कच्चे रास्तो से भट्टा स्टेण्ड पहुंच लुटे गए 9 लाख रूपयो का चारो आरोपी आपस में बंटवारा कर फरार हो गए।
गिरफ्तार आरोपी इन प्रकरणों में शामिल
आरोपी शम्भूलाल पुत्र मोहनलाल रावत निवासी ढ़ाबियो का खेड़ा थाना भीण्डर के खिलाफ हत्या, चोरी, लूट, नकबजनी, व शराब तस्करी के चित्तौड़गढ़, उदयपुर डूंगरपुर व बांसवाड़ा जिलों में चौदह-पन्द्रह प्रकरण दर्ज है।
आरोपी पप्पूसिह पुत्र गणपतसिह राजपूत निवासी पराणा थाना डूंगला जिला चित्तौड़गढ़ के खिलाफ लूट, नकबजनी य चोरी के पांच-छः प्रकरण दर्ज है।
आरोपी शंकरसिंह पुत्र किशनसिंह मीणा निवासी चित्तौड़िया थाना बड़ीसादडी जिला चित्तौड़गढ़ के खिलाफ लूट, चोरी व नकबजनी के पांच-छः प्रकरण दर्ज है।
पुलिस टीम
थानाधिकारी बड़ीसादडी रायसल सिह पु.नि., हैड कांनि दुर्गाप्रसाद, कानि. रोहिताश, बहादुर सिंह, सुरेंद्र सिंह, रूपाराम, कलीराम, सुभाष, भग्गाराम, लक्ष्मीनारायण, धर्मीचंद, बाबूलाल, अशोक, प्रकाश, सत्यप्रकाश, साइबर सेल चित्तौड़गढ़ के हैड कानि. राजकुमार, कानि. रामावतार व कमलेश धाकड़।
(विशेष योगदानः-कांनि बहादुरसिह ने मुखबीरो से सूचना संग्रहित कर अज्ञात आरोपियों तक पहुंचाने मे अहम भूमिका निभाई।)