क़र्ज़ में डूबे आरोपी ने अपनी ही धर्म बहन की हत्या कर ज़ेवर लुटे
हाज्याखेड़ी पुलिया पर मिली अज्ञात महिला की हत्या का 48 घंटे में खुलासा

चित्तौड़गढ़ ज़िले के भदेसर थाना क्षेत्र के हाज्याखेड़ी नदी पुलिया पर मिली अज्ञात महिला की हत्या का पुलिस ने मात्र 48 घंटे में खुलासा कर दिया। इस मामले में पुलिस ने साइबर सेल के सहयोग से आरोपी रमेश गाड़िया लोहार को गिरफ्तार किया है। जांच में पता चला कि आरोपी ने महिला को गाय दिलाने के बहाने बुलाकर गला दबाकर हत्या कर दी और उसके सोने के जेवर लूट लिए। आरोपी ने मृतका को धर्म बहन बना रखा था, लेकिन कर्ज में डूबे होने के कारण लालच में आकर उसने हत्या की योजना बनाई ।
घटना की जांच और खुलासा
जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी के निर्देश पर एएसपी सरिता सिंह और डीएसपी अनिल शर्मा के सुपरविजन में भदेसर थाना पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त टीम गठित की गई। अज्ञात शव की पहचान के लिए पुलिस ने सोशल मीडिया और मुखबिर तंत्र की मदद ली। मृतका की पहचान मीना पत्नी हुक्मीचंद मेनारिया निवासी आजाद नगर, रूंडेड़ा (वल्लभनगर उदयपुर) के रूप में हुई। परिजनों को सूचना देकर पोस्टमार्टम कराया गया और शव सुपुर्द किया गया।
तकनीकी साक्ष्य और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी रमेश गाड़िया लोहार (निवासी बासड़ा रोड वाना थाना खेरोदा उदयपुर) को नामजद कर गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने कबूल किया कि वह नशे और जुए का आदी है और भारी कर्ज में डूबा हुआ था। मृतका अक्सर सोने-चांदी के जेवर पहनती थी और अपने उधार दिए पैसे वापस मांग रही थी। इसी के चलते आरोपी ने गाय खरीदने का झांसा देकर उसे पिकअप में बैठाया, मंगलवाड़ और चित्तौड़गढ़ की ओर घुमाने के बाद हाज्याखेड़ी पुलिया के पास ले जाकर गला दबाकर हत्या कर दी। फिर उसकी चुनरी से मुंह बांधा और रस्सी से गला कसकर जेवर उतार लिए और शव को पुलिया पर फेंककर फरार हो गया।
परिजनों ने की थी गुमशुदगी दर्ज
मृतका के बेटे विनोद मेनारिया ने 27 फरवरी को भदेसर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी मां शाम करीब 5 बजे गांव जाने की बात कहकर निकली थी, लेकिन देर रात तक वापस नहीं लौटी। मोबाइल स्विच ऑफ होने पर तलाश की गई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। फिर वल्लभनगर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई उसी दौरान सोशल मीडिया पर भदेसर थाना क्षेत्र में एक महिला का शव मिलने की सूचना मिली । जब परिवार थाने पहुंचा तो शव मीना मेनारिया का निकला। पुलिस रिमांड के दौरान अन्य आरोपियों और वारदात में इस्तेमाल वाहनों के बारे में भी जांच जारी है।