बड़ी उंदरी गांव में बुजुर्ग की हत्या के मामले में गिरफ़्तारी की मांग
उदयपुर 22 नवंबर 2024। शहर के बड़ी उंदरी गांव में 27 अक्टूबर 2024 को गांव के रहने वाले बुजुर्ग पन्नालाल पूर्बिया की मौत के मामले में कार्यवाही की मांग को लेकर पूर्बिया समाज के लोगों और मृतक के परिजनों ने मामले को हत्या मानते हुए इसकी निष्पक्ष जाँच और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
समाज के लोग कलेक्ट्री के बाहर इकठ्ठा हुए और उन्होंने पीड़ित परिवार के लिए इन्साफ मांगते हुए नारेबाजी की और मांग की है की इस मामले में आरोपियों की पहचान कर जल्द इनकी गिरफ़्तारी की जाए।
इस मौके पर पूर्बिया कलाल समाज के अध्यक्ष दिनेश पूर्बिया ने कहा की घटना वाले दिन जब सुचना मिली और मौके पर पहुंचे तो मृतक पन्नालाल की लाश उनके घर में आंगन में पड़ी हुई मिली, उनके हाथ, चेहरे गर्दन और शरीर के अन्य हिस्सों पर गहरे कट के निशान थे जिस से ये प्रतीत हो रहा था की ये कोई चोरी के प्रयास के दौरान की गई हत्या नहीं बल्कि सुनियोजित तरीके से की गई निर्मम हत्या है।
मृतक पन्ना लाल बड़े ही सीधे सादे इंसान थे, पिछले 45 सालों से वह वहां रह रहे थे और दुकान चलाते थे, किसी से उनकी कोई दुश्मनी नहीं थी। बाद में कुछ बात सामने आने पर इसकी जानकारी पुलिस को दे दी गई थी। लेकिन इतने दिन बीत जाने के बाद और पुलिस द्वारा आरोपियों की पहचान किये जाने के बावजूद भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। इसके अतिरिक्त वहां की रहने वाली एक बच्ची ने भी पुलिस को बताया था की घटना के वाले दिन उसके पिता ने खून भरे हुए हाथ नाले पर धोए और अगले दिन उसके घर वालों ने उसेके बयान बदला दिए थे।
पूर्बिया ने पूर्व सरपंच पति पर भी ऊँगली उठाई और उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा से भी आग्रह किया की वह एक जनप्रतिनिधि है सभी के लिए विधायक हैं उन्हें सब का साथ देना चाहिए। पूर्बिया ने कहा की मीणा ने करीब एक महीना बीत जाने के बाद भी पीड़ित परिवार से मुलाकत नहीं की है। उन्हें पीड़ित परिवार की सुरक्षा करनी चाहिए।
यह थी घटना :
गौरतलब है की 27 अक्टूबर 2024 को बड़ी उंदरी गांव के रहने वाले पन्नालाल पूर्बिया अपने घर में सो रहे थे तभी अज्ञात लोगों ने उनके घर में घुसकर उनकी हत्या कर दी। प्रथम दृष्ट्या यह मामला चोरी का प्रयास करने के दौरान मन्नालाल की हत्या किए जाने का था, लेकिन परिवार के लोगों और समाजजन ने इसे सुनियोजित हत्या बताया और पुलिस को हत्या की रिपोर्ट देकर मामले की निष्पक्ष जाँच करने और अरोपियोन की तलाश करने के मांगी की थी।