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दिल्ली गेट स्थित नकली घी की फैक्ट्री का पर्दाफाश, 4 गिरफ्तार 

मास्टरमाइंड हरीश साहू के समेत 4 गिरफ्तार 

 

-शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत धानमंडी थाना पुलिस और जिला पुलिस स्पेशल टीम की कार्यवाही 


- भारी मात्रा में नकली घी के पीपे जिन पर सरस, नोवा जैसे बड़े ब्रांड के नकली कवर, सील, रेट लिस्ट इत्यादि ज़ब्त की गई है। 

उदयपुर 23 फरवरी 2021। शहर की धानमंडी थाना पुलिस ने जिला स्पेशल टीम के साथ संयुक्त अभियान में दिल्ली गेट स्थित बावर्ची रेस्टोरेंट के पीछे स्थित एक मकान के अंदर संचालित की जा रही नकली घी की फैक्ट्री का पर्दाफाश करते हुए मास्टरमाइंड हरीश साहू को अपने तीन अन्य साथियो के साथ गिरफ्तार कर भारी मात्रा में नकली घी के पीपे जिन पर सरस, नोवा जैसे बड़े ब्रांड के नकली कवर, सील, रेट लिस्ट इत्यादि ज़ब्त की गई है। 

धानमंडी थाना पुलिस ने शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत गठित की गई जिला स्पेशल टीम के साथ संयुक्त कार्यवाही करते हुए नकली घी की फैक्ट्री के मास्टर माइंड हरीश साहू पिता नारायण लाल साहू निवासी 52 नयापुरा दिल्ली गेट, ताराचंद पटेल पिता भेरूलाल पटेल निवासी अदकालिया झाड़ोल हाल नयापुरा दिल्ली गेट, जय कुमार साहू पिता लोकेश कुमार साहू निवासी 24 तेल बाजार धानमंडी तथा कमलेश हिंगड़ पिता नेमीचंद हिंगड़ हिवासी हिरणमगरी सेक्टर 4 को गिरफ्तार किया गया। 

पुलिस ने बताया की हरीश साहू नकली घी बनाने का मास्टर माइंड है, इसके खिलाफ पूर्व में भी नकली घी बनाने के मुकदमे दर्ज है। वहीँ ताराचंद पटेल नकली घी बनाने में हरीश साहू का सहयोगी है। जबकि जय कुमार साहू और कमलेश हिंगड़ शहर व् ग्रामीण क्षेत्रो के छोटे बड़े हलवाइयों से सम्पर्क कर नकली घी को बाजार में चलाते है। 

ऐसे बनाते है नकली घी 

पुलिस से पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया की नकली घी बनाने में 60% सोयाबीन या पाम ऑयल एवं 40% डालडा घी का इस्तेमाल किया जाता है। फिर खुशबूदार बनाने के लिए घी की खुशबू वाला एसेंस डाला जाता है जिसके कारण इसकी पहचान करना मुश्किल हो जाता है। नकली घी में खाली टीन कबाड़ी व फेरी वालो से खरीद कर किसी भी ब्रांड के घी के टीन के मुंह पर लगने वाली सील, कागज़ व प्लास्टिक के कार्टून बाहर से मंगवाए जाते है। इसके बाद हरीश साहू द्वारा बनाई गई मेन्युफैक्चरिंग की फर्जी सील टीन के बाहरी कार्टून पर लगा दी जाती है। जिससे पर मैन्युफैक्चरिंग डेट और एक्सपायरिंग डेट की जानकारी चस्पा होती है। ताकि ग्राहकों को घी के असली होने का अहसास दिलाया जा सके। 

1800-2200 प्रति टीन की लागत वाला घी ग्राहकों तक 5500 से 5700 में बेचा जाता है 

एक नकली घी का टीन के निर्माण में लगभग 1800 रूपये से 2200 रूपये तक का खर्चा आता हैए जबकि ग्राहक तक पहुँचते पहुँचते इसकी कीमत 5500 रूपये से 5700 रूपये प्रति टीन तक हो जाती है। दिन के करीब 15 से 20 टीन नकली घी तैयार कर शहर के विभिन्न भागो धानमंडी, कृषि मंडी आदि क्षेत्रो में भेजे जाते है।  नकली घी का वितरण टीन के अलावा एक एक किलो के छोटे पैकेट में भी किया जाता है।     

धानमंडी थानाधिकारी गोविन्द सिंह ने बताया की टीम ने कार्यवाही करते हुए मास्टरमाइंड हरीश साहू समेत 4 लोगो को गिरफ्तार करते हुए भारी मात्रा में नकली घी के पीपे जिन पर चस्पा की गयी सरस, नोवा आदि बड़े ब्रांड के नकली कवर, सील व रेट लिस्ट, इसके अलावा नकली घी बनाने में काम आने वाले पाम ऑयल, सोयाबीन ऑयल, खुशबु के एसेंस, पैकिंग करने की मशीन, नकली सील, पीपो के ढक्क्न तथा बड़े ब्रांड के नकली कार्टून तथा छोटे पैकेट बरामद किये गए। 

इन पुलिस टीम ने किया पर्दाफाश 

धानमंडी एसएचओ गोविन्द सिंह, सहायक उप निरीक्षक भंवरलाल, कांस्टेबल कैलाशचंद्र, रामप्रताप, सुभाष, मोहित, चालक ओमप्रकाश (सभी धानमंडी थाना) तथा जिला स्पेशल टीम प्रभारी डॉ हनवंत सिंह राजपुरोहित, साइबर सेल हेड कांस्टेबल गजराज सिंह, हेड कांस्टेबल सुखदेव सिंह, कांस्टेबल विक्रम सिंह, अनिल पुनिया, प्रह्लाद, रविंद्र, मनमोहन, विक्रम सिंह तथा चालक फ़िरोज़ शामिल है।