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Field Club Hit & Run Case Solved: अंबामाता पुलिस ने खुलासा किया !

वाहन चालक, अंबामाता निवासी संजय खमेसरा बताए जा रहे हैं...

 

उदयपुर शहर की अम्बामाता थाना पुलिस ने 2 दिन पहले सहेलियों की बाड़ी रोड स्थित फील्ड क्लब के बाहर एक्सीडेंट में युवक की मौत के मामले का खुलासा करते हुए आरोपी कार चालक की पहचान कर ली है।

अम्बामाता थाना अधिकारी डॉ हनुमत सिंह राजपुरोहित ने उदयपुर टाइम्स को आज देर रात बताया, कि घटना में शामिल कार चालक की पहचान संजय खमेसरा निवासी अम्बामाता के रूप में हुई है।

राजपुरोहित ने बताया कि घटना वाले दिन कार मालिक संजय खमेसरा, जो की फील्ड क्लब का मेम्बर है, अंबामाता स्थित अपने घर से कार में फील्ड क्लब आए। क्लब के बाहर पहुंचने पर उसने लापरवाही से बगैर आगे पीछे देखे,  अपनी कार को फील्ड क्लब के अंदर घुमा लिया। लापरवाही के कारण उन्हें मृतक विपिन की मोटरसाईकल नज़र नहीं आई और उसकी कार ने विपिन की मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी जिससे, वह जमीन पर गिरा और फुटपाथ से उसका सर टकराने से गंभीर चोट आई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

थानाधिकारी राजपुरोहित ने कहा कि इस मामले में अब आरोपी की पहचान होने के बाद, विधिवद रूप से उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गाड़ी को भी ज़ब्त जाएगा और IPC की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी भी की जाएगी।

राजपुरोहित ने बताया कि जहां घटना के बाद यह बात सामने आई थी कि कार फील्ड क्लब के अंदर से आ रही थी, तो पुलिस जांच में यह बात गलत साबित हुई और यह बात सामने आई कि दरअसल, कार चालक क्लब के अंदर से नहीं बल्कि अपने अम्बामाता स्थित घर से अपनी कार में सवार होकर क्लब आने के लिए निकला था, और  क्लब के मुख्य द्वार पर पहुंचने पर यह हादसा हुआ।

गौरतालाब हैं की गुरुवार 9 मई की सुबह घटना उसे समय हुई जब मृतक विपिन मीणा अपने घर से निकल कर सहेली नगर स्थित जिम पर ट्रेनिंग के लिए जा रहा था। तभी  क्लब के नजदीक पहुंचने पर उसे खमेसरा की कार ने टक्कर मारी, जिससे वह जमीन पर गिरा और फुट्पैथ पर सर लगने से गंभीर चोट के कारण उसकी मृत्यु हो गई। घटना वाले दिन यह बात सामने आई थी कि फील्ड क्लब के मुख्य द्वार पर लगे CCTV कैमरे के बारे में जब पता किया गया तो पता चला कि वह कुछ घंटे पहले ही बंद हो गया था, और इस वजह से उसमें रिकॉर्डिंग नहीं हुई।

मृतक विपिन को घटना स्थल से अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डॉक्टर द्वारा उसको मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद उसका पोस्टमार्टम करा शव को उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया।

घटना वाले दिन मीडिया से बात करते हुए मृतक विपिन के परिजनों ने क्लब के प्रशासन पर आरोप भी लगाए थे और साथ ही उन्होंने कार चालक और कार के नंबर भी मीडिया को बताए थे। हालांकि पुलिस द्वारा की गई जांच में यह बात भी सामने आई थी कि दरअसल मृतक के परिजन द्वारा बताए गए कार के रजिस्ट्रेशन नंबर गलत था।