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क्षेत्रीय वन अधिकारी व वनरक्षक रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार

भ्रष्टाचार के इस मामले में और भी बड़े अधिकारियों की संलिप्तता की जांच की जा रही है
 

उदयपुर 19 मार्च 2025। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की इंटेलिजेंस यूनिट, उदयपुर ने बड़ी कार्रवाई करते हुए वन विभाग के दो अधिकारियों को 4,61,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।

गिरफ्तार आरोपियों में क्षेत्रीय वन अधिकारी धीरेन्द्र सिंह (36) और वनरक्षक अब्दुल रऊफ (34) शामिल हैं। ये दोनों उदयपुर (पश्चिम) वन मंडल में पदस्थ थे और सरकारी भुगतान को स्वीकृत करने के बदले रिश्वत की मांग कर रहे थे।

एसीबी को शिकायत मिली थी कि एक ठेकेदार ने वन विभाग, उदयपुर में काला मगरा-सी और बोरमाल-सी क्षेत्र में मृदा कार्य और लवकुश वाटिका में गार्ड चौकी व टिकट विंडो का निर्माण किया था। काम पूरा होने के बाद 34.43 लाख रुपये के बिल विभाग में जमा किए गए, लेकिन इन्हें पास करने के लिए अधिकारियों ने रिश्वत की मांग की।

शिकायतकर्ता के अनुसार, क्षेत्रीय वन अधिकारी धीरेन्द्र सिंह ने 10.6% कमीशन डीएफओ मुकेश सैनी और सीसीएफ सेडूराम यादव के लिए और 12.4% कमीशन खुद व अधीनस्थ कर्मचारियों के लिए मांगा । जब ठेकेदार को रिश्वत देने के लिए मजबूर किया गया, तो उसने एसीबी से संपर्क किया।

एसीबी के उपमहानिरीक्षक राजेंद्र प्रसाद गोयल के निर्देशन में पुलिस निरीक्षक डॉ. सोनू शेखावत के नेतृत्व में ट्रैप कार्रवाई की गई। जैसे ही आरोपी 4,61,000 रुपये की रिश्वत लेते दिखे, एसीबी ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया।

गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। एसीबी ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (संशोधित) और भारतीय दंड संहिता (बीएनएस) 2023 की धारा 61(2) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। भ्रष्टाचार के इस मामले में और भी बड़े अधिकारियों की संलिप्तता की जांच की जा रही है।